आज के स्मार्टवर्ल्ड में व्हाट-अप, कंप्यूटर के बढ़ते प्रयोग के बीच खेलों के महत्व तथा उपयोगिता को समझाना ही मारग्रेटेरियनस का ध्येय(लक्ष्य) था| खेल जीवन का आवश्यक नहीं वरन अनिवार्य अंग हैं और इनसे बच्चों में नैतिकता, सदभावना औरप्रतिभा का विकास होता हैं |
खेलों के हैं फायदे अनेक, मिलता इनसे बल, बुद्धि, विवेक
सेंट. मारग्रेट सी. सै. स्कूल, प्रशांत विहार में जूनियर मारग्रेटेरियनस द्वारा वार्षिक खेलोत्सव-स्प्री-2020 का भव्य व शानदार आयोजन किया गया| इस विशेष अवसर पर चेयरमैन बी आर गोस्वामी तथा मैडम गोस्वामी, प्रबंधकीय निदेशक नवीन गोस्वामी तथा श्रीमती अंजू गोस्वामी, प्रधानाचार्या श्रीमती रेनू जैन तथा अन्य सम्मानित विशेष मेहमानों के आगमन पर भारतीय इतिहास में‘अतिथि देवोभव’की परम्परा का निर्वाह करते हुए उनका यथोचित स्वागत किया गया | नन्हे-मुन्ने छात्र–छात्राओं द्वारा स्वागत गान तथा रंगारंग नृत्य की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया | तत्पश्चात चेयरमैन महोदय ने अपने भाषण में अतिथियों का स्वागत करते हुए खेलों की गरिमा के विषय में कहा कि-
विजेता कभी हार नहीं मानते और
हार मानने वाले कभी नहीं जीतते |
उनका मानना हैं कि खेल न केवल शरीर का बल्कि मस्तिष्क को भी नियंत्रित और संयमित करते हैं|
खेल दिवस के उपलक्ष में खेल जगत से विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया, जिनमें श्रीमती सीमा कौशिक, अंतर्राष्ट्रीय धावक जिन्होंने 13 स्वर्ण पदक प्राप्त कर देश का गौरव बढ़ाया | श्रीमती अर्चना जैन जिन्होंने पॉवर लिफ्टिंग में कई स्वर्ण पदक जीतकर अपनी नारी शक्ति का परिचय देकर सबको विस्मित किया | विशेष अतिथियों के सम्मान में नन्हे वीर सैनिकों ने कदम से कदम मिलाकर मार्च-पास्ट की प्रस्तुति की | खेलों के प्रति बच्चों की रूचि देखकर अतिथियों ने उनका उत्साहवर्धन किया और माता-पिता से अनुग्रह किया कि वे बच्चों में खेल भावना जगाए ताकि वे अपने देश के लिए खेले और देश का गौरव बढाए|
खेलो, खिलो, महकों
उन्मुक्त गगन में परिंदों की तरह चहकों
तदंतर विद्यालय के श्रेष्ठ खिलाड़ियों द्वारा मशाल जलाने के साथ ही खेल प्रतियोगिताओं का विधिवत आरंभ किया गया क्योंकि मशाल की ज्वाला हमें नव ऊर्जा,शक्ति व स्फूर्ति प्रदान करती हैं| खेल के मैदान मेंआकर्षक व रंगीन पौशाकमेंयोग करते बाल खिलाड़ी अपने कौशल का प्रदर्शन कररहे थे |विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों का जोश, उत्साह व जुनून देखते बनता था | हूपला और हर्डल दौड़, फ्लैट दौड़, संतुलित दौड़, थ्रीलेग दौड़ आदि में बच्चों की चुस्ती और फुर्ती सक्रिय थी |विभिन्न दौड़ों के साथ-साथ फ्लावरड्रिल, क्रोमटिकड्रिल, फेन ड्रिल पर थिरकते नन्हे कदम, बच्चों के स्वभाव की मस्ती और जोश को दिखा रहा था |
खेल देते ऊर्जा, उमंग, उल्लास अपार
इनसे महके हमारा घर-संसार |
प्रधानाचार्या जी ने वार्षिक रिपोर्ट में वर्षभर की स्कूली गतिविधियाँ की जानकारी देते हुए विद्यालय की उपलब्धियों तथा प्रगति पर प्रकाश डाला और खेलों के महत्व के बारे में माता-पिता को बताया कि पढाई और खेलों में संतुलन होना चाहिए | उन्होंने बोर्ड के उत्कृष्ट नतीजों, संस्कार अभियान के अंतर्गत भारतीय होने पर गर्व पर अपने विचार प्रकट किए |राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में छात्रों के अच्छे खेल प्रदर्शन पर सबको बधाई दी | बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु करवाई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी |
खेल प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को अतिथियों तथा प्रबंधकीय सदस्यों द्वारा प्रमाण-पत्र व मेडल्स देकर यथोचित सम्मानित किया गया | पुरस्कार प्राप्त विजेताओं के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे |माता-पिता दौड़ के प्रति सभी का उत्साह देखते ही बनता था | ग्रैंड फिनाले में निश्छल मुस्कान के साथ हवा में हाथ लहराते नन्हे-मुन्ने बच्चे उत्साहित नज़र आ रहे थे |
इस विशेष अवसर पर प्रबंधकीय निदेशक जी ने खेल-भावना में निहित राष्ट्रीयता पर अपने मूल्यवान विचारों से सभा को संबोधित करते हुए कहा कि
खेलों से होता चरित्र निर्माण, जिससे होता कुशल राष्ट्र-निर्माण |
कार्यक्रम के अंत में कोर्डिनेटरश्रीमती अंजना कपूर ने अतिथियों,प्रबंधकीय सदस्यों और अभिभावकों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद शब्द कहे और खेल-दिवस की अपूर्व सफलता पर सभी को हार्दिक बधाई दी| खेल दिवस की मधुर स्मृतियों के साथ सभी विदा हुए |