अगर जीवन ही नहीं होगा तो ये सुविधाएं किस काम की

भूमि, वायु और जल के रूप में तीन महत्वपूर्ण तत्व व्यक्ति के अस्तित्व के साथ जुड़े हैं, परन्तु व्यक्ति अपनी सुख- सुविधाओं की दौड़ में इतना अन्धा हो चुका है कि इन तीनों तत्वों को लगातार प्रदूषित करता चला जा रहा है 


प्रकृति के साथ यदि सुखद जीवन जीना है तो पहला दायित्व जीवन जीने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति का ही होगा इसमें कोई संदेह नहीं कि सरकारों का दायित्व भी कम महत्वपूर्ण नहीं है।


जो व्यक्ति या उद्योग पर्यावरण को प्रदषित करते दिखाई दें, उन्हें दंडित करना और रोकना सरकार का ही काम है। केन्द्र सरकार ने इसीलिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण का गठन किया, जिसकी जिम्मेदारी है कि वह पर्यावरण प्रदूषण की घटनाओं पर नजर रखे और दोषी व्यक्तियों को दंडित करने के निर्णय दे


प्रदूषण की समस्या पर कोई विशेष नियंत्रण स्थापित नहीं हो पाया राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एन.जी.टी.) ने अनेकों छोटी- बड़ी घटनाओं का परीक्षण किया और निर्णय दिए, परन्तु प्रदूषण की समस्या पर कोई विशेष नियंत्रण स्थापित नहीं हो पाया। एन.जी.टी. ने घर-घर पानी की शुद्धता के लिए आर.ओ. तकनीक के प्रयोग पर सुनवाई के बाद यह पाया कि इस तकनीक में जल के अनेकों महत्वपूर्ण तत्व समाप्त हो जाते हैं। उससे भी बड़ा दोष यह था कि 100 लीटर जल को शुद्ध करने के बाद 20 लीटर जल प्राप्त होता है जबकि 80 प्रतिशत जल बेकार चला जाता है 


एन.जी.टी. ने कहा कि जिन शहरों में नगर निगम जैसी संस्थाओं द्वारा पाइप के माध्यम से घर-घर जल की आपूर्ति पहुंचाई जाती है वहां आर.ओ. के प्रयोग की आवश्यकता नहीं है। सरकारों को ये निर्देश दिए गए कि आर.ओ. के प्रति जनता को सजग करें दिल्ली में जल की आपूर्ति दिल्ली जल बोर्ड़ द्वारा की जाती है जिसके मुखिया मुख्यमंत्री है कई जगह गंदे पानी की शिकायत आम है कार्यवाही के नाम पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीती शुरू हो जाती है 


प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने का सरकारी अभियान जोर-शोर से शरू तो हुआ परन्तु धीरे-धीरे वह भी शांत होता दिखाई दे रहा है


आज दिल्ली गैस चैम्बर के रूप में परिवर्तित हो गयी है लोग भिन्न-भिन्न प्रकार से पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे है जिसकी और किसी का ध्यान नहीं है दिल्ली के राजनैतिक दलों में होड़ है किस तरह आमजन के वोट लिए जाये लोक लुभावन घोषणाएं की जा रही है मनुष्य जीवन की कोई चिंता नहीं है अगर जीवन ही नहीं होगा तो ये सुविधाएं किस काम की 



मुलायम सिंह (गांधी )
उपाध्य्क्ष अखिल भारतीय जनशक्ति पार्टी