देश की सबसेे बड़ी अदालत से राम मंदिर पर फैसला आने वाला है। इस पर देश की जनता ही नहीं, बल्कि विश्व के अनेक देशोंं की सरकारों की भी नजरें हैं।
राजनीतिक तौर पर यह फैसला केंद्र सरकार के भविष्य को निर्धारित करने वाला होगा। सामाजिक तौर पर यह हिंदू-मुस्लिम समुदायों के संबंधों को नई दिशा देने वाला साबित होगा और धार्मिक नजरिये से इन दोनों धर्मो के कट्टरपंथी धर्मगुरुओं व नरमपंथी धर्मगुरुओं के संबंधों को नई चेतना देने वाला।
फैसला चाहे जो भी हो, संपूर्ण जनता से आग्रह है कि अपने भाईचारे और आपसी सामाजिक प्रेम को बनाए रखें, जिसे हम विगत 700 वर्षो से निभाते चले आ रहे हैं।
धर्मनेता और राजनेता तो आते-जाते रहते हैं, लेकिन देश या संस्कृतियां जिंदा रहती हैं और इसके लिए आवश्यक है, एक-दूसरे की भावनाओं का आदर करना और प्रेमभाव बनाए रखना।
मुलायम सिंह (गांधी )
उपाध्य्क्ष अखिल भारतीय जनशक्ति पार्टी