नई दिल्ली, भारत में धरोहर स्थलों के रूप में चिन्हित ऐतिहासिक महत्व के विरासत स्थलों का यूनेस्को ने मानचित्र तैयार कर इसे बुधवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को सौंपा। यूनेस्को के निदेशक एरिक फाल्ट ने यह मानचित्र नायडू को सौंपते हुये चिन्हित स्थलों के ऐतिहासिक महत्व को मानचित्र की मदद से विश्व फलक पर पेश करने में मददगार बताया। नायडू ने ट्वीट कर बताया, ''आज यूनेस्को के निदेशक डा. एरिक फॉल्ट ने यूनेस्को द्वारा संकलित देश की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों का मानचित्र भेंट किया। '' उन्होंने यूनेस्को के इस प्रयास की सराहना करते हुये कहा, ''हमारी आकर्षक और जीवंत धरोहरों को इस मानचित्र में दर्शाया गया है। इन धरोहरों को चिन्हित कर मानचित्र के रूप में उनकी प्रस्तुति के संदर्भ में यूनेस्को के प्रयास सराहनीय है। ''इससे पहले फॉल्ट ने नायडू को भारत में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिये किये जा रहे उपायों से जुड़ी यूनेस्को की एक रिपोर्ट भी सौंपी। नायडू ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुये बताया, ''फाल्ट से भारत में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के संदर्भ में 'स्टेट ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट फॉर इंडिया 2019' साभार स्वीकार की। यह रिपोर्ट दिव्यांग बच्चों की विशेष आवश्यकतानुसार एक विशेष शिक्षा पद्धति और शिक्षण अवसंरचना विकसित करने में सहायक होगी। '' नायडू ने कहा, ''यूनेस्को की यह रिपोर्ट उस समय आयी है जब देश में नई शिक्षा नीति के प्रारूप पर विमर्श चल रहा है। यह अध्ययन इस विमर्श में सार्थक योगदान देगा तथा सर्वसमावेशी, समान और सबके लिये गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के अभीष्ट लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा। ''
यूनेस्को ने भारत का धरोहर मानचित्र उपराष्ट्रपति को सौंपा