बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने एलजी से लगाई गुहार


नई दिल्ली, 27 जून दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल गुरूवार को दिल्ली के उपराज्यपाल से राजधानी दिल्ली की चिंताजनक बिगड़ती कानून व्यवस्था में तुरंत हस्तक्षेप करने के संबध में मिला। शीला दीक्षित ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह से दिल्ली में लगातार जघन्य अपराध हो रहे है, जिनमें से कुछ तो दिल को दहलाने वाले हैए जबकि दिल्ली पुलिस मूक दर्शक बनकर खड़ी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें राजधानी में हाल के सप्ताह में हो रहे जघन्य अपराधों का विवरण में दर्जनों से अधिक हत्याऐं और अनेकों गोलीबारी, झपटमारी और डकैती की घटनाओं की जानकारी है। जिसके कारण दिल्ली रहने के लिए असुरक्षित हो गई है। काग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल से दिल्ली को नागरिकों के रहने लायक सुरक्षित बनाने के लिए शीघ्र उचित कदम उठाने की अपील की।


उपराज्यपाल से बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कहा कि उन्होंने कानून व्यवस्था पर आधारित हमारी बातों को ध्यान से सुना और राजधानी में लगातार बढ़ते अपराधों की दर को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसके बारे में सुझाव भी लिए। शीला दीक्षित ने कहा कि अनिल बैजल ने राजधानी दिल्ली की चिंताजनक बिगड़ती कानून व्यवस्था पर प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुनाए क्योंकि वे खुद भी इस बारे में चिंतित थे। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने यह वादा किया है कि वे शीघ्र ही कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करके सभी के सहयोग से दिल्ली का अपराधिक चेहरा बदलकर इसे बेहतर बनाऐंगे। उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल ने यह आश्वासन दिया है कि जहां कहीं भी कानून व्यवस्था कमजोर है, वहां सुधार करने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं और शीघ्र ही कानून व्यवस्था में सुधार होंगे। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि उपराज्यपाल द्वारा कार्रवाई करने पर जल्द ही दिल्ली में कानून व्यवस्था में बेहतर सुधार होंगे।


प्रतिनिधिमंडल में शीला दीक्षित के साथ कार्यकारी अध्यक्ष हारुन यूसूफ और राजेश लिलौठिया, पूर्व मंत्री डॉ. ए.के. वालिया, मंगतराम सिंघल, रमाकांत गोस्वामी, नरेन्द्र नाथ, किरण वालिया, प्रदेश प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार कोचर और पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह साहनी शामिल थे। प्रदेश कांग्रेस के ज्ञापन में मुख्यत: उपराज्यपाल का ध्यान दिल्ली की चिंताजनक कानून व्यवस्था की ओर आकर्षित किया गया हैं, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में अधिक संख्या में राजधानी दिल्ली में जघन्य अपराध हुए है और दिल्ली लोगों के रहने के लिए असुरक्षित शहर बन गया है। आम आदमी पार्टी और भाजपा की सरकारें दिल्ली में अपराधों को कम करने की बजाए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रही है। हम यह अनुरोध करते है कि कानून व्यवस्था में सुधार करने और दिल्ली को लोगों के रहने के लिए सुरक्षित बनाने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और राष्ट्रीय राजधानी में दिन-रात स्वतंत्र रुप से लोग रह सके इस लायक कानून व्यवस्था हो क्योंकि राजधानी उच्च सुरक्षा क्षेत्र माना जाता है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि दिल्ली क्राईम केपिटल बन चुकी है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है, स्थिति भयावह बन चुकी है। अगर जल्दी ही कानून व्यवस्था में सुधार के उपाय नही किए गए तो दिल्ली में बदअमनी फैल जाऐगी।