निःस्वार्थ भाव मानवता की सेवा के लिए अनिवार्य निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी


दिल्ली, 24 अप्रैल, 2019: मानवता की सेवा निःस्वार्थ भाव से ही की जा सकती है। अगर कोई इंसान कष्ट में है और दूसरा इंसान मदद करता है तो उसके पीछे कहीं न कहीं अपना स्वार्थ छिपा होता है परंतु सेवा इससे कहीं भिन्न होती है क्योंकि उसमें सहायता करने वाला व्यक्ति अपने लिए कुछ ऐसा भाव नहीं रखता कि इसके बदले में मुझे कुछ मिले। इसलिए भक्त हमेशा ऐसे अवसर की इंतज़ार करता है जहां किसी न किसी रूप में मानवता की निःस्वार्थ भाव से सेवा हो सके।


यह उद्गार आज यहां निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने उस समय व्यक्त किये जब वह एक विशाल रक्तदान शिविर का उद्घाटन कर रहे थे। इस शिविर में मिशन के कुल मिलाकर 1327 भक्तों ने रक्तदान किया।


आज ही दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में 14, उत्तर प्रदेश में 11, पंजाब, राजस्थान व मध्य प्रदेश में 6-6, हरियाणा में 5, हिमाचल प्रदेश, बिहार व गुजरात में 4-4, उत्तराखंड, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल में 3-3, जम्मू-कश्मीर एवम् उडीशा में 2-2 तथा चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, असम, गोवा, कर्नाटका, केरल, तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में 1-1 रक्तदान शिविर लगाया गया। 


सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि आज जो दुनिया के हालात हम देख रहे हैंवहां कहीं सहनशीलता का भाव नहीं रहा। हर कोई अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी करने को तैयार है। इसलिए भक्तों द्वारा निःस्वार्थ सेवा की ज़रूरत और भी बढ़ गई है।


इस अवसर पर मण्डल के महासचिव तथा स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग के मेम्बर इंचार्ज ब्रिगेडियर पी. एस. चीमा जी ने सद्गुरु माता जी का स्वागत करते हुए कहा कि भक्तों का यह उत्साह जो हम हर वर्ष यहां देखते हैं, यह बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के इस फरमान का परिणाम है कि 'रक्त नाड़ियों में बहना चाहिए, नालियों में नहीं। इसलिए भक्त रक्तदान को भक्ति के रूप में ही देखते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1986 से लेकर अभी तक मिशन 6,076 रक्तदान शिविर आयोजित कर चुका है जहां 10,36,560 यूनिट रक्तदान किया गया। उन्होंने सद्गुरु माता जी से आशीर्वाद की कामना की ताकि भक्तों का यह उत्साह और भी बढ़ता जाये।


इस अवसर पर संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष परम् पूज्य बिंदिया छाबड़ा जी ने कहा कि फाउंडेशन के द्वारा वर्ष भर रक्तदान शिविरों के अलावा मानव कल्याण को समर्पित अन्य अनेक कार्यक्रम भी सम्पन्न किये जाते हैंउन्होंने कहा कि इन सेवा कार्यो में युवा वर्ग बहुत ही उत्साह दिखा रहा है।


आज के रक्तदान शिविर में रक्त एकत्रित करने वाली टीमों में सम्मिलित थे - गुरु तेग बहादुर अस्पताल, डॉ. हेडगेवार, डॉ. राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग अस्पताल, जी.बी. पंत, दीन दयाल उपाध्याय, डॉ. बाबा साहिब अम्बेडकर, कस्तूरबा गांधी, सुचेता कृपलानी, बाड़ा हिन्दुराव, एल.एन.जे.पी. अस्पताल, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और एम्स - सी.एन. सी। शिविर के दौरान साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया गयाइसी प्रकार रक्तदान से पूर्व होने वाली स्वास्थ्य जाँच तथा रक्तदान करने के बाद रक्तदाताओं की सेवा पर भी विशेष ध्यान दिया गया।