नई दिल्ली, 14 अप्रैल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वह कुछ भी करेंगे। यह बात उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। केजरीवाल ने कहा 'देश खतरे में है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी से देश को बचाने के लिए जो भी करने की जरुरत होगी उसे हम करने को तैयार हैं'।
दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित संयुक्त विपक्ष के प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि सिर्फ एक पार्टी है जो वीवीपीएटी के खिलाफ है। क्योंकि ईवीएम से उस पार्टी को मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि 'पिछले 5 साल में जब भी कोई ईवीएम मशीन ख़राब हुई है, उसका फायदा केवल भाजपा को हुआ है। खराब मशीन में किसी और पार्टी को वोट नही जाता केवल भाजपा को वोट जाता है'।
इस मौके पर कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल भी मौजूद थे। उन्होंने आप के साथ गठबंधन पर सवाल को टाल दिया और यह कहते हुए गेंद केजरीवाल के पाले में डाल दी कि वह बेहतर जानते हैं। सिब्बल ने कहा, ‘आप गठबंधन के बारे में उनसे पूछिए। वह हमसे बेहतर जानते हैं।’ वहीं कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘आप कांग्रेस का रूख जानते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में तकरीबन गठबंधन हो गया था लेकिन इसे दूसरे राज्यों के साथ जोड़ना ठीक नहीं है।’ कुछ वक्त से कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन पर अनिश्चिता बनी हुई है। दिल्ली और हरियाणा में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनने के बाद दोनों पार्टियों की बातचीत पटरी से उतर गई थी। कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी, क्योंकि आप ने अव्यावहारिक रुख अपना लिया है।
केजरीवाल के इस बयान के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की अटकलें फिर तेज हो गई हैं। इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी शनिवार को सकेंत दिया था कि कांग्रेस और आप की गठबंधन की उम्मीदें अभी भी बची हुई हैं। सिसोदिया ने कहा था कि अब यह कांग्रेस को तय करना है कि इस समय उसकी प्राथमिकता मोदी और शाह की जोड़ी को हराना है या ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड बनाना है।
सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो अभी भी समय है, मोदी और शाह की जोड़ी को 18 सीटों पर हराया जा सकता है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन केवल दिल्ली को लेकर नहीं होगा, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी गठबंधन करना होगा। हमने दिल्ली में सर्वे कराया है जिसमें सामने आया है कि कांग्रेस को जनता में जो समर्थन मिल रहा है वह छह से सात फीसद है। सिसोदिया ने कहा कि शुरू से ही कांग्रेस के प्रति हमारा विरोध रहा है। परंतु आज देश में जो हालात हैं उसमें मिलकर ही भाजपा को हराया जा सकता है। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी ने महागठबंधन का हिस्सा बनना स्वीकार किया।