नई दिल्ली, मलवीय नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ राष्ट्रीय वेद सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। श्रीमद दयानंद वेदार्ष महाविद्यालय न्यास के संचालक स्वामी प्रणवानंद सरस्वती ने कहा कि वेदों के ज्ञान से मनुष्य बहुत लाभ ले सकता है। वेदों में हमारी प्राचीन सभ्यता व संस्कृति सन्निहित है। इनमें विश्व बंधुत्व की भावना विद्यमान है। उन्होंने कहा कि वेदों में हर समस्या का समाधान मौजूद है। वहीं, वेद विशेषज्ञ आचार्य विद्या प्रसाद मिश्रा ने कहा कि वेदों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए ताकि पूरे विश्व में शांति, एकता व बंधुत्व का संदेश पहुंचे। सम्मेलन की अध्यक्षता दक्षिण दिल्ली वेद प्रचार मंडल के प्रधान ओमप्रकाश यजुर्वेदी ने की। संस्कृत अकादमी दिल्ली के पूर्व सचिव धर्मेंद्र शास्त्री ने कहा कि आर्थिक असमानता, गरीबी व बढ़ते प्रदूषण जैसे गंभीर समस्याओं का समाधान वेदों में मौजूद है। दक्षिणी दिल्ली वेद प्रचार मंडल के प्रचार प्रमुख अनुराग मिश्र ने बताया कि सम्मेलन में समाज की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराने व उनके निवारण के लिए विद्वान भाग ले रहे हैं। यह एक सकारात्मक संदेश है। कार्यक्रम का संचालन मंडल के महामंत्री चतर सिंह नागर ने किया। इस अवसर पर महाशय धर्मपाल, मंडल के कोषाध्यक्ष ओमवीर सिंह, दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष धर्मपाल आर्य, विनय आर्य, आंनद चैहान, स्वामी धर्मेश्वरानंद, स्वामी देवव्रत सरस्वती, स्वामी श्रद्धानंद, डॉ. देवेश शास्त्री, प्रकाशवीर शास्त्री, अतुल अरोड़ा, डॉ. पूर्ण सिंह, ओम कुमार आदि मौजूद रहे।