परेशानियों का सामना कैसे किया जाना चाहिए


रामायण में यानी रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने कई ज्ञान की ऐसी बातें बताई हैं जिन्हें अपनाया जाए तो जीवन सरल हो जाएगा। एेसी ही एक ज्ञान की बात में वो बताते हैं कि मुश्किल समय से कैसे निपटा जाए। उन्होंने रामायण यानी रामचरित मानस के अपने एक दोहे में बताया है कि मुश्किल समय यानि परेशानियों का सामना कैसे किया जाना चाहिए। उन्होने 6 बातें बताई हैं जिनकी मदद से हर इंसान मुश्किल समय का सामना कर सकता है।


दोहा
तुलसी साथी विपत्ति के विद्या, विनय, विवेक।
साहस सुकृति सुसत्याव्रत राम भरोसे एक।।


अर्थ- तुलसीदास जी कहते हैं कि विपत्ति में अर्थात मुश्किल वक्त में ये गुण मनुष्य का साथ देते हैं- 1. ज्ञान, 2. विनम्रता पूर्वक व्यवहार, 3. विवेक, 4. साहस, 5. अच्छे कर्म, 6. सच और 7. भगवान में आस्था।


1. ज्ञान
ज्ञान यानी आपकी पढ़ाई, शिक्षा और जीवन के अनुभव? अगर आप किसी मुसीबत में हैं तो ज्ञान के माध्यम से आफ उस समस्या का समाधान जरूर निकाल लेंगे।


2. विनय
विनय यानी विनम्रता। अगर आप विनम्र हैं तो आप सबसे प्रेम और अपनत्व से बात करते हैं। ये गुण आपको किसी भी मुसीबत से बचा सकता है।


3. विवेक
विवेक यानी बुद्धि, जो आपको सही निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है। इस गुण से आप मुश्किलों को पहले ही भांप सकते हैं और उसका निराकरण कर सकते हैं।


4. साहस
ये गुण आपको मुश्किलों से लड़ने में मदद करता है। साहस के बल पर ही आप बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना भी आसानी से कर सकते हैं।


5. अच्छे काम
अगर आप नेक इंसान हैं और आपने कभी किसी का बुरा नहीं किया, हमेशा अच्छे ही काम किए हैं तो इसके फलस्वरूप भी आप परेशानी से मुक्ति पा सकते हैं।


6. हमेशा सच बोलो
सच बोलने की आदत आपको सहज बनाएगी और अनचाही परिस्थितियों से भी बचाएगी। आपका ये गुण आपको अनेक परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है।


7. भगवान में आस्था
जब आप ऐसी विपत्ति में फंस जाएं, जहां से निकलना मुश्किल हो तो भगवान के प्रति आस्था आपको हर संकट से छुटकारा दिला सकती है।