अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यूएचएफ ने 200 महिलाओं को त्रिशूल धारण करवाए


नई दिल्ली, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट की ओर से महिला सशक्तीकरण हेतु 200 महिलाओं को त्रिशूल धारण कराया गया ताकि महिलाएं शारीरिक एवं मानसिक तौर पर सशक्त हो सकें। इस मौके पर उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के यमुना विहार में स्थित शिव कांवड़ मंदिर में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया जिसमें भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर महिला शक्तियों के साथ साथ संत महात्मा व युवा वर्ग भी भारी संख्या में मौजूद था। इस अवसर पर ऊषा गोयल, मनी बंसल, मधु सिसोदिया, पूजा शर्मा, माया रानी, सरोज शर्मा, लक्ष्मी देवी, पारूल ढाका, पूनम शर्मा, कांता शर्मा, रीता गुप्ता, मंजू सिकर वाल, पुषपा, आशा तायल (पूर्व निगम पार्षद), नुतन, बीना, सुमन, बबली, पूजा सिद्धू एवं ज्योती फ्लोरिया, डॉ. अनीता गुप्ता, एडवोकेट इंदू कौल आदि महिला मोर्चा पदाधिकारी अपने महिला समर्थकों के साथ शामिल होकर त्रिशूल धारण किया।


यमुना विहार में आयोजित भव्य समारोह में महिला सशक्तीकरण हेतु त्रिशूल धारण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए फ्रंट के अन्तर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवाल गोयल ने कहा कि नारी परिवार का पहिया है, ज्ञान की देवी व बच्चों का आईना है जो सब को स्नेह बांटती है और जीवन की नाव की मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि हमारे प्राचीन देश में नारी हमेशा ही पूजनीय रही है किन्तु खेद का विषय है कि आज की नारी को बराबरी का दर्जा देने में हमारा समाज पूरी तरह से विफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यालयों में ही नहीं घरों तक में भी नारी का उत्पीड़न आम बात है। उन्होंने कहा कि हमारे फ्रंट का यह स्लोगन बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं-बेटी बसाओ आज के समाज की जरूरत बन गया है। लड़कियां पढ़ लिख कर जैसे तैसे नौकरी करने लग जाती है लेकिन शादी होने पर उन्हें प्रताड़ित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा जाता है। ऐसे में महिला दिवस मनाने का क्या औचित्य रह जाता है? गोयल ने कहा कि महिलाओं के हित में अनेक कानून सरकार ने बना रखे है लेकिन महिला अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले कानूनों का आज भी अभाव है और जो बने भी है उनका ढ़ंग से पालन नहीं होता। हमारा संगठन नारी उत्पीड़न के विरूद्ध आरम्भ से ही आवाज उठाता रहा है और आखिर तक उठाता रहेगा। इस मौके पर सर्वश्री धमेन्द्र बेदी, सुबोध बिहारी, मनदीप गोयल एवं संतो में बाल योगी महाराज, दयालु महाराज, स्वामी करूणा शंकर चेतन (बनारस) प्रमुख रूप से मौजूद थे।