राजनीति और हंगामे की भेंट चढ़ी निगम की बैठक: मुकेश गोयल


 


नई दिल्ली, उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बैठक आज फिर राजनीति व हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक में भाजपा और आप पार्टी के सदस्य जनहित से जुड़े मुद्दो पर सकारात्मक चर्चा करने से बचते नजर आये। भाजपा पार्षदों द्वारा पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायु सेना द्वारा की गई कार्यवाही का राजनीतिक श्रेय लेते हुए मोदी सरकार के पक्ष में जमकर नारेबाजी करने और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निगम व पार्षदों के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप करने के आरोपों पर सदन में खासा हंगामा हुआ। कांग्रेस ने वायु सेना व जवानों के जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि पुलवामा हमले के बाद कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष केन्द्र सरकार के साथ मजबूती से खड़ा था और पाकिस्तान व आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करने का पक्षधर था इस कार्यवाही का श्रेय एक व्यक्ति विषेश को देना उचित नहीं है।


उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं की कार्यषैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दिल्ली और यहां के लोगों से जुड़े मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है। गोयल ने कहा कि पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के जवानों की षाहादत के बाद देश में उठ रही मांग को देखते हुए वायु सेना की जवाबी कार्यवाही जरूरी थी। भविश्य में भी देश हित के लिए सरकार को कोई बड़ा कदम उठाना पड़े तो उसमें भी कांग्रेस का समर्थन रहेगा।


श्री गोयल ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम जबरदस्त आर्थिक संकट से गुजर रहा है। निगम में सत्तारूढ भाजपा इस संकट से जल्द से जल्द कैसे उभरा जाये इसे लेकर गंभीर नहीं है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम पर विभिन्न मदों में उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बकाया करीब डेढ़ हजार करोड़ रूपये की राषि की वसूली के सम्बन्ध में अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी कांग्रेस ने कई बार मांगी लेकिन अफसोस अभी तक निगम यह जानकारी उपलब्ध कराने में नाकाम रहा है या यूं कहें कि निगम जानबूझकर यह जानकारी देना नहीं चाहता क्योंकि दक्षिणी दिल्ली निगम में भी भाजपा काबिज है इसमें कहीं न कहीं भाजपा की ही किरकिरी होगी। कांग्रेस की ओर से आज सदन में अल्पकालिक प्रष्न का नोटिस दिया गया था लेकिन महापौर ने जानबूझकर उक्त मसले पर चर्चा कराने से अस्वीकृत कर दिया।


श्री मुकेश गोयल ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी नगर निगम को आर्थिक रूप से पंगु बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही पहले तो उसने निगम को विभिन्न मदों में मिलने वाली राषि में भारी कटोती कर दी फिर निगम को ग्लोबल षेयर के रूप में मिलने वाली राषि पर भी कैंची चला दी अब यह सरकार धीरे-धीरे निगम और पार्षदों के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही है। जो ठीक नहीं हैं। कांग्रेस इसे कतई बर्दाष्त नहीं करेगी।