मेडिकल फेयर इंडिया 2019 की हुई शुरुआत


नई दिल्ली, भारत को विश्व चिकित्सा जगत से जोड़ने, विचारों का आदान-प्रदान करने और विकास के नए अवसरों को तलाशने के उद्देश्य से प्रगति मैदान में गुरूवार से 25वें तीन दिवसीय मेडिकल फेयर इंडिया (एमएफआई) 2019 की शुरुआत हुई। इसमें 25 से ज्यादा देशों के चिकित्सा उपकरणों के अंतरराष्ट्रीय निर्माता, उद्योग संगठन और संस्थान, हेल्थकेयर एक्सपर्ट, थिंक टैंक और नीति निर्माता तीन दिन के इस मेडिकल ट्रेड शो में भाग ले रहे हैं।


एक संदेश में मेडिकल फेयर इंडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रसाद नड्डा ने कहा, आयुष्मान भारत के तहत भारत सरकार सबके लिए यूनिवर्सल हेल्थकेयर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें किसी भी तरह की आर्थिक दिक्कत नहीं है और लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता बेहतर करता है। मुझे यकीन है कि मेडिकल फेयर इंडिया हेल्थकेयर के विशेषज्ञों और स्टेकधारकों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा और हेल्थकेयर के क्षेत्र की समस्याओं, चुनौतियों तथा चिन्ताओं पर चर्चा करेगा।
वहीं केंद्रीय परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चैबे ने एमएफआई 2019 को भेजे एक संदेश में कहा, मेले का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र के कुछ प्रमुख विशेषज्ञों को प्रेरक बाते करते हुए देखना है। इन लोगों को हेल्थकेयर के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए पुरस्कार भी दिया जाने वाला है। मुझे यकीन है कि इस तरह की मान्यता से न सिर्फ पर्याप्त प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि हेल्थकेयर क्षेत्र के संपूर्ण विकास में भी इसका योगदान होगा। और यह हेल्थकेयर पेशेवर के साथ उनलोगों के लिए भी फायदे मंद होगा जो इस मौके पर मेले में इकट्ठे होंगे।



मेसे डसलडॉर्फ इंडिया के प्रबंध निदेशक थॉमस श्लिट्ट ने कहा, मेडिकल फेयर इंडिया को प्रवृत्तियों को समझने और नवीनताओं पर प्रतिक्रिया करने की उसकी योग्यता के लिए जाना जाता है। इसलिए प्रत्येक संस्करण अनूठा है क्योंकि इसमें नए उपवर्गों और विविधीकरण के मौकों का पता चलता है। मेडिकल और हेल्थकेयर के क्षेत्र में दुनिया भर में जो कुछ हो रहा है उसके साथ चलते हुए एमएफआई 2019 भारतीय हेल्थकेयर क्षेत्र की संभावनाओं को दुनिया के नक्शे पर सफलतापूर्वक प्रदर्शित करेगा।


मेडिकल फेयर इंडिया के पहले दिन सरकार, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों, संगठनों, अग्रणी अस्पतालों के चिकित्सकों, स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ), फार्मास्यूटिकल उद्योग के दिग्गज, चिकित्सा उपकरणों के निर्माताओं, वितरकों और व्यापारियों, शिक्षाविदों और अन्य सम्मानित स्टेकधारकों तथा जानी-मानी हस्तियों में कौन आया इसका पता चला और साथ ही पुनर्वास में काम आने वाले उपकरणों के संबंध में एनजीओ की राय और जरूरतों पर चर्चा हुई।


एमएफआई 2019 में वॉयस ऑफ हेल्थकेयर द्वारा आयोजित चैथे अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस ने कुछ प्रमुख विषयों को सफलतापूर्वक संबोधित किया। इसमें आयुष्मान भारत, एआई और फ्यूचर ऑफ हेल्थकेयर, चिकित्सा उपकरणों और उपकरण उद्योग के संदर्भ में मेक इन इंडिया रणनीति की समीक्षा और हेल्थकेयर डिलीवरी के बदलते मॉडल, टेक्नालॉजी जिससे स्वास्थ्य का उपभोक्ताकरण हो रहा है शामिल है। इसके अलावा भारत में मेडिकल उद्यमिता की बढ़ती संभावना पर उद्योग के दिग्गजों और नीति निर्माताओं की उपस्थिति में चर्चा हुई। एमएफआई 2019 में ढेर सारे आकर्षण हैं। इनमें क्लिन लैब इंडिया, फ्यूचर फॉर हेल्थ (एफटीआर4एच) रीहाइंडिया तथा मेक इन इंडिया पैवेलियन शामिल है।