कस्तूरी राम कॉलेज ने चलाया बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर जनसंपर्क अभियान


नई दिल्ली, नरेला स्थित कस्तूरी राम कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन के पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग के दूसरे वर्ष के छात्रों द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर एक दिवसीय जनसंपर्क अभियान का आयोजन सिंघोला गांव में किया गया। यह जनसंपर्क अभियान एनजीओ करुणा दी कम्पैशन के सहयोग से उन्नत भारत अभियान के तत्वावधान में किया गया।


अभियान की शुरुआत कस्तूरी राम कॉलेज के निदेशक प्रो. (डॉ.) ओपी यादव, पत्रकारिता विभाग के प्रमुख डॉ. गोपाल ठाकुर एवं डॉ. उपासना खुरानाऔर साथ ही प्रबंधन विभाग के प्रमुख डॉ. अजय शर्माने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस रैली का उद्देश्य भारतीय समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिये कल्याणकारी कार्यों की कुशलता को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करना रहा।



 


रैली के बाद सभी छात्र और ग्रामीण सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए वाल्मीकि सदन, सिंघोला गांव में एकत्रित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। अतिथि के तौर पर पी 24 न्यूज चैनल के निदेशक एवं पीएमडब्ल्यूएके अध्यक्ष राजेश खत्री, करुणा दी कम्पैशन की निदेशक एवंपीएमडब्ल्यूए की उपाध्यक्ष ज्योति शर्मा, करुणा दी कम्पैशन के अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह, सिंघोला गांव के प्रधान रमेश खत्री, सामाजिक कार्यकर्ता सुबेय सिंह कैराना और पीएमडब्ल्यूए टीम के सदस्य भूपिंदर सिंह ने शिरकत की।


कस्तूरी राम कॉलेज के निदेशक प्रो. (डॉ.) ओपी यादव ने सभी अतिथि का स्वागत किया और सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ, सुनहरे भारत के सपनों को पूरा करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम है और हम दर्शकों से राजदूत के रूप में कार्य करने का आग्रह करते हैं इस तरह के जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए राष्ट्र के कोने-कोने में इस तरह के महत्वपूर्ण कार्यक्रम समय समय पर होते रहने चाहिए। बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान का उद्देश्य पूरे देश में यौन भेदभाव को कम करके लड़कियों को सामाजिक और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है।


करुणा द कम्पैशन की निदेशक ज्योति शर्माने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि एक बार जवाहरलाल नेहरू ने कहा था, आप एक राष्ट्र की स्थिति को उसकी महिलाओं की स्थिति को देखकर बता सकते हैं। इस तरह की योजनाओं के साथ गिनती और लैंगिक समानता को आगे बढ़ाया जाए। लड़कियों के प्रति लोगों की विचारधारा में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ ही ये अभियान भारतीय समाज में लड़कियों की महत्ता की ओर भी इंगित करता है।


भारतीय समाज में लड़कियों के प्रति लोगों की मानसिकता बहुत क्रूर हो चुकी है। ऐसे लोगों का मानना है कि लड़कियाँ पहले परिवार के लिये बोझ होती है और फिर पति के लिये तथा ये सिर्फ लेने के लिये होती है देने के लिये नहीं। उसके बाद कस्तूरी राम कॉलेज के छात्रों ने नाटक, नृत्य और संगीत से भरपूर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजनकिया। जनसंपर्क अभियानमें बालिकाओं के प्रति लोगों की मानसिकता में कुछ सकारात्मक बदलाव करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी दिखाया गया।


इस अभियानके तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें सिंघोला गांव के बच्चों और न्यू वे पब्लिक स्कूल के छात्रों ने प्रतिभाग कर अपने हुनर का प्रदर्शन किया। चित्रकला प्रतियोगिता में बालिकाओं की संख्या में सुधार करना, बालिकाओं को बचाना, कन्या भ्रूण हत्या को मिटाना, उन्हें पूरे देश में उचित सुरक्षा और शिक्षा, व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास आदि देना जैसी समस्याओं को उकेरा। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले विजेताओं को कस्तूरी राम कॉलेज केनिदेशकप्रो. (डॉ.) ओपी यादव और करुणा द कम्पैशन की निदेशक ज्योति शर्मा ने आकर्षक पुरस्कारो से सम्मानित किया और साथ ही वहां मौजूद सभी बच्चों में उपहार वितरित किए।


अंत में कस्तूरी राम कॉलेज की सहायक प्रोफेसर गरिमा लांबा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद कियाऔर कस्तूरी राम कॉलेज के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार अग्रवाल का धन्यवाद किया और कहा कि अग्रवाल जी के बिना ये जागरूकता अभियान करना संभव नहीं था और कस्तूरी राम कॉलेज आगे भी उनकी सहायता से इस तरह के अभियान करता रहेगा। साथ ही वहा मौजूद सभी लोगों से आग्रह किया कि बेटियों के साथ जो भी भेदभाव हो रहे हैं उनको खत्म किया जाए और साथ ही उनको पढ़ने लिखने की आजादी दी जाए। अभियान के अंत में पुलवामा हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए सभी ने दो मिनट का मौन धारण किया और मोमबत्तियां जलाईं।