नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (द.दि.न.नि) के शिक्षा विभाग ने गुरूवार को पहली बाल संसद का आयोजन किया। इस बाल संसद में चार जोन के 25-25 छात्रों ने भाग लिया, पश्चिमी एवं नजफगढ़ जोन के छात्रों ने संसद तथा दक्षिणी एवं मध्य जोन के छात्रों ने निगम सदन के सत्र पेश किये। छात्रों ने पहले संसद सत्र में प्रधानमंत्री, मंत्रियों, सभापति, नेता विपक्ष का किरदार बखूबी निभाया। दूसरे निगम सदन सत्र में छात्रों ने महापौर, नेता सदन, नेता विपक्ष, निगम सचिव, आयुक्त की भूमिका निभाकर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर महापौर नरेन्द्र चावला, स्थाई समिति की अध्यक्षा शिखा राय, नेता सदन कमलजीत सहरावत, शिक्षा समिति की अध्यक्षा नंदिनी शर्मा और निगम के अन्य पार्षद ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की।
इस मौके पर महापौर नरेन्द्र चावला ने कहा कि निगम में पहली बार ऐसे अनूठे कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें निगम छात्रों ने जनप्रतिनिधियों का किरदार निभाया। ऐसे कार्यक्रमों से छात्रों को राजनीति, सरकार, संसद, निगम की कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी मिलेगी और इससे प्रेरणा लेकर वह भविष्य के नेता के रूप में उभरकर आएंगे। बाल संसद की कार्रवाई को देखते हुए छात्र राजनीतिक रूप से और अधिक जागरूक होंगे और बेहतर नागरिक बन सकेंगे।
स्थाई समिति की अध्यक्षा शिखा राय ने कहा कि बाल संसद के ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन हमें निगम के चारों जोनों के सभी स्कूलों में बड़े स्तर पर करना चाहिए। हमारे निगम विद्यालय दिल्ली के किसी भी प्राइवेट स्कूलों से कम नहीं है और आज के आयोजन से यह साबित हो गया है कि हम आने वाले समय में हमारे स्कूलों में भी दाखिलों के लिए होड लगेगी।
सदन की नेता कमलजीत सहरावत ने कहा कि छात्रों के साथ साथ हमें अध्यापकों को भी प्रशंसा करनी होगी कि उन्होंने छात्रों को इस बाल संसद के लिए इतनी बेहतर तैयारी कराई। इस मंच के माध्यम से आज छात्रों को एक नवीन अनुभव मिला है जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। पढ़ाई के अलावा भी ऐसे आयोजनों से छात्रों को नये नये अनुभव प्राप्त होते है।
शिक्षा समिति की अध्यक्षा नंदिनी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में छात्र संसद के आयोजन की अपील की थी जिसके बाद निगम ने इस कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की और आज ये बेहतरीन कार्यक्रम प्रस्तुत किया।