नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित की अध्यक्षता में आज कांग्रेस के सभी पूर्व सांसदों की एक बैठक हुई। जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से शीला जी के नेतृत्व में आस्था के साथ विश्वास जताया कि इस बार दिल्ली में एक बार फिर दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस का परचम फहराऐगा।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित के साथ कार्यकारी अध्यक्ष हारुन यूसूफ, राजेश लिलौथिया, पूर्व सांसद जर्नादन द्विवेदी, जय प्रकाश अग्रवाल, चै0 तारीफ सिंह, महाबल मिश्रा, रमेश कुमार, जे.के. जैन, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल, प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत गोस्वामी, जितेन्द्र कुमार कोचर मौजूद थे।
प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने दिल्ली के मौजूदा भाजपा सांसदों की अकर्मण्यता और दिल्लीवासियों प्रति उदासीनता की गंभीरता पूर्वक सभी दिल्ली कांग्रेस के पूर्व सांसदों के साथ चर्चा की। सभी पूर्व सांसदों ने भावी लोकसभा चुनावों के लिए अपने विचार प्रस्तुत किए जिस पर गहन विचार विमर्श हुआ और एक बार फिर साबित हुआ कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी के मार्ग दर्शन में सम्पूर्ण दिल्ली कांग्रेस, दिल्ली और दिल्लीवासियों की बेहतरी के लिए एकजुटता के साथ चुनावी समर में उतरने को तैयार है।
शीला दीक्षित ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में भाजपा शासन के दौरान दिल्ली जहां थी वहीं खड़ी है, विकास की गति थमी हुई है। भाजपा सांसदों ने दिल्ली की समस्याओं की तरफ कोई ध्यान नही दिया जिससे दिल्ली के नागरिक कांग्रेस की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहे है। हमारा कर्तव्य बनता है कि हम पूर्व की भांति दिल्ली और दिल्लीवासियों की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित भाव से कार्य करते हुए जनता के बीच जाऐं और उनको कांग्रेस नीतियों और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी के जनहितकारी विचारों से अवगत कराऐं।
शीला दीक्षित ने कहा कि हमारी 138 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी पर हमेशा से जनता का अटूट विश्वास रहा है, आज भी है और आने वाले भविष्य में भी जनता जर्नादन हमसे अनेक अपेक्षाऐं और उम्मीदें रखती है। इसमें कोई शक नही कि भाजपा के साथ-साथ अचानक दिल्ली में उभरी आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को जनता के बीच बदनाम करने के लिए अनेकों झूठे वायदों और बेबुनियाद आरोपों का सहारा लिया और दिल्ली की जनता को अपने भ्रमजाल में फंसाकर दिल्ली की सत्ता हांसिल की। मगर अब सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है। दिल्लीवासी भाजपा और आप पार्टी के आपसी झगड़े में अपने को फंसा महसूस कर रहे है। हमारा फर्ज बनता है कि दिल्ली की आन, बान और शान को अपने अथक प्रयासों से वापस लौटा कर दिल्लीवासियों को उनकी परेशानियों से मुक्त कराऐं।
समस्त पूर्व सांसदों ने एकजुटता के साथ शीला दीक्षित के आव्हान को स्वीकार करते हुए यकीन दिलाया कि जनता के सहयोग से दिल्ली की सातों सीटें कांग्रेस पार्टी जीतेगी और एक बार फिर दिल्लीवासियों के जीवन में खुशहाली वापस आऐगी।