योग कोई व्यायाम नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का तरीका है: विनोद महेन्द्रू


वार्ड 24 एन रोहिणी के निगम पार्षद विनोद महेन्द्रू ने अपने वार्ड के चारों नगर निगम के स्कूलों में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यकर्मो में हिस्सा लिया जिसमे छात्रों ने देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत कविताये गीत गाये व अन्य रंगारंग कार्यकर्म भी हुए सर्वप्रथम राष्ट्रिय ध्वज फहराया तत्पश्चात राष्ट्रिय गान हुआ इस मौके पर विनोद महेन्द्रू ने कहा इन स्कूलों में बच्चों का उत्साह देख कर अच्छा लगा ये छोटे छोटे बच्चे किस तरह देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत है और ये घोषणा की इन स्कूलों में जो भी बच्चा अच्छे अंक लाएगा उसको आर्थिक पुरस्कार दिया जायेगा
साथ ही साथ योग के बारे में बच्चों और स्कूलों के टीचरों से आग्रेय किया कम से कम 10 मिनट योग के लिए निकाले योग कोई व्यायाम नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का तरीका है आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी कई तरह के रोगों और स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए योग करने की सलाह देता है। अपनी इसी खूबी के कारण योग दुनिया के तमाम देशों ने अपना लिया है
योग से मन में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। योग से आत्मिक बल प्राप्त होता है और मन से चिंता, विरोधाभास एवं निराशा की भावना दूर हो जाती है।
मन पढ़ाई में लगेगा और विचारो को मज़बूती प्रदान करता है हीन भावना को मन से निकालता है
मन को आत्मिक शांति एवं आराम मिलता है जिससे मन में प्रसन्नता एवं उत्साह का संचार होता है। इसका सीधा असर व्यक्तित्व एवं सेहत पर होता है।
योग से शरीर मजबूत और लचीला होता है, योग मांसपेशियों को सुगठित और शरीर को संतुलित रखता है। सुगठित और संतुलित और लोचदार शरीर होने से कार्य क्षमता में भी वृद्धि होती है। कुछ योग मुद्राओं से शरीर की हड्डियां भी पुष्ट और मजबूत होती हैं। यह अस्थि सम्बन्धी रोग की संभावनाओं को भी कम करता है।
स्मरण शक्ति व बौद्धिक क्षमता जीवन में प्रगति के लिए प्रमुख साधन माने जाते हैं। योग से मानसिक क्षमताओं का विकास होता है व स्मरण शक्ति पर गुणात्मक प्रभाव होता है। योग मुद्रा और ध्यान मन को एकाग्र करने में सहायक होता है। एकाग्र मन से स्मरण शक्ति का विकास होता है,
अंत में गणतंत्र दिवस की शुभकामनाये देते हुए कहा मेरा पूर्ण रूप से इन कार्यो में सहयोग आप के साथ है इस अवसर पर चंद्रशेखर कौशिक , महेश गुप्ता ,
पवन टंडन, विनय त्यागी ,प्रधानाचार्या श्रीमती सुमन बाला , प्रधानाचार्य राजवीर मान , प्रधानाचार्या श्रीमती राजरानी , श्रीमती भारती व अन्य लोग शामिल थे