यदि नेहरू की जगह पटेल देश के पहले पीएम होते तो तस्वी र कुछ और होती: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी


नई दिल्ली, दिल्ली के रामलीला मैदान में भारतीय जनता पार्टी के राष्रीमेंय अधिवेशन को संबोधिक करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश ने 2004 से 2014 के बीच के 10 साल घोटालों में गंवा दिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार यदि नेहरू की जगह पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश की तस्वीमर कुछ और होती, उसी प्रकार यदि 2004 के बाद अटल जी देश के प्रधानमंत्री चुने जाते तो देश का स्वीरूप कुछ और ही होता। उन्होंने कहा कि कभी 2 सांसदों वाली पार्टी की आज इतनी बड़ी बैठक हो रही है। यह ऐतिहासिक है। यह पहली बैठक है जो अटल जी के बिना हो रही है। वह जहां से भी हमें देख रहे होंगे उन्हें भी संतोष हो रहा होगा। मैं कामना करता हूं कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता पर उनका आशीर्वाद बना रहे।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इस बात को गर्व के साथ बोल सकते हैं कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। केंद्र में भाजपा में भाजपा सरकार है और देश के 16 राज्यों में हम या तो सरकार चला रहे हैं या सरकार के सहयोगी हैं। इसमें आप सभी का सहयोग मूल्यवान है। पीएम मोदी ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय परिषद की पहली बैठक है जो अटल जी के बिना हो रही है। वो आज जहां से भी हमें देख रहे होंगे, उन्हें अपने बच्चों की इस ऊर्जा औ राष्ट्र के प्रति समर्पण को देखकर संतोष हो रहा होगा।


मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को स्वीकृत किया और किसानों की मांगों को माना गया। जब हमारी सरकार नहीं थी तब दाल की कीमतों को लेकर हंगामा होता रहता था, लेकिन हमारी सरकार के दौरान टीवी चैनलों पर दाल की कीमतों को लेकर ब्रेकिंग न्यूज नहीं मिल रही है। साल 2022 तक किसान अपनी आय दोगुनी करने के लिए साधन जुटा सकें इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमनें हमेशा सीखा है कि स्वयं से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। यही हमारे संस्कार हैं। विरोधी कहते हैं हमनें सिर्फ योजनाओं के नाम बदले हैं सभी पुरानी हैं, मैं ऐसे लोगों से ये जानना चाहता हूं कि कितनी योजनाएं ऐसी हैं जो मेरे नाम से चल रही हैं।


पीएम ने कहा कि जब हम किसानों की समस्या की बात करते हैं तो पहले की सच्चाीई को स्वीकार करना जरूरी है। पहले जिनके पास किसानों को संकट से बाहर निकालने की जिम्मेदारी थी उन्होंवने अन्नदाता को सिर्फ और सिर्फ मतदाता बना रखा था। हम अन्नदाता को मतदाता ही नहीं ऊर्जादाता भी बनाने जा रहे हैं। इसके लिए व्यसव्था बनाने पर काम जारी है। देश का किसान इस बात का साक्षी है कि लागत का 1.5 गुना मूल्यर की मांग कितने दशकों से चल रही थी, पहले ये बात फाइलों में दबा दी जाती है। पीएम मोदी ने कहा कि दफ्तरों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जा रही है। मेटरनिटी लीव भी 12 से बढ़ाकर 26 हफ्ते की गई है। महिला सशक्तीकरण यही है कि देश में पहली बार बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। महिला सशक्तीकरण यही है कि देश में पहली बार बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं के लिए बीते 4 सालों में बीजेपी सरकार ने कई काम किए हैं। देश का युवा आज दुनिया के मंचों पर न्यू इंडिया के परिणाम से ही झंडे गाड़ रहा है। युवाओं को पता है कि उनका देश नया आयाम बना रहा है। देश नई ऊंचाई पर बढ़ रहा है। देश का युवा आज खुद को एक्सप्रेस करता है। हमारे देश में टैलेंट की कोई कमी नहीं रही है, बीजेपी सरकार ने देश में इसे बढ़ावा देने के लिए एक वातावरण बनाने की कोशिश की है।


पीएम मोदी ने कहा कि हमनें जिन्हें पहले से आरक्षण मिल रहा था उनका हक छीने बिना 10 प्रतिशत के आरक्षण की व्यंवस्था सवर्णों के लिए की है। ये करने से सब कुछ ठीक हो जाएगा, ये मैंने न कभी कहा था न कहूंगा लेकिन ये करना जरूरी था। किसी के हक को कम किए बिना ये नई व्यसव्था की गई है, इसके बारे में कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं. हमें उनकी कोशिश को भी नाकाम करना है। मोदी ने कहा कि आज देश की जनता को विश्वास है कि वो जो टैक्स के रूप में पैसा दे रही है उसका इस्तेमाल विकास के लिए हो रहा है। हमनें यही विश्वास लोगों के अंदर जगाया है। भाजपा सरकार ने ये साबित कर दिया है कि बिना भ्रष्टाचार भी सरकार चलाई जा सकती है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार सिर्फ विकास के मंत्र पर चल रही है, हमारा नारा है सबका साथ-सबका विकास। सबका विकास भी सिर्फ सरकार से नहीं बल्कि सबके साथ होने से होता है। यही हमारी कार्य संस्कृति है, ये आगे भी रहेगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक आधार पर सवर्णों को 10 प्रतिशत का आरक्षण नए भारत को बढ़ाने वाला है। बाबा साहेब ने जो अधिकार हमें दिया है वो आगे भी रहने वाला है। सामाजिक न्याय को देखते हुए समान्य वर्ग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता था।