विश्वनाथ कॉरिडोर खत्म कर रही है काशी की असली पहचान: संजय सिंह


नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर काशी की धार्मिक नगरी वाली पहचान को विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर मिटाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर कई प्राचीन मंदिर तोड़े जा रहे हैं, जो काशी की असली पहचान हैं। संजय सिंह ने मंगलवार को पार्टी ऑफिस में प्रेस वार्ता कर कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा प्रदेश प्रशासन तक को पत्र लिखा और मंदिरों को तोड़ने पर रोक लगाने तथा टूटे मंदिरों की फिर से बनवाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जब उनके द्वारा मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ अभियान चलाया गया तो योगी सरकार के इशारे पर उनके तथा 250 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। सांसद ने पूछा कि क्या यह मुकदमे मंदिरों को बचाने की मांग करने पर दर्ज कराए गए हैं? योगी राज में मंदिर बचाना गुनाह है क्या? सिंह ने कहा कि अगर एक हफ्ते के भीतर उनके और 250 लोगों के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों को वापस नहीं लिया गया तो वो 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर अयोध्या में गांधी प्रतिमा के पास धरना देंगे। संजय सिंह ने काशी में तोड़े जा रहे मंदिर पर प्रधानमंत्री के चुप्पी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वहां से सांसद हैं लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर अभी तक कुछ नहीं बोला है। सिंह ने विश्वनाथ कॉरिडोर के तहत तोड़े जा रहे मंदिरों की तस्वीरें दिखाते हुए राज्यसभा में प्रस्तावित प्राइवेट मेंबर बिल को सभी पार्टियों से पास कराने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि अगर तोड़े गए मंदिरों को फिर से नहीं बनवाया गया तो वो अगले माह से पूरे उत्तर प्रदेश में यात्रा निकालेंगे।