विश्व पुस्तक मेला: साहित्यकार चित्रा मुदगल की नारी चेतना की कहानियां पुस्तक का हुआ लोकार्पण


नई दिल्ली, दिल्ली के प्रगति मैदान में जारी 27वें विश्व पुस्तक मेले में लोगो का साहित्य के प्रति रुझान बढ़ता दिख रहा है। प्रगति मैदान के हॉल नं 12 में एपीएन पब्लिकेशंस द्वारा प्रसिद्ध साहित्याकर एवं साहित्य अकादमी पुरस्कृत चित्रा मुदगल की नारी चेतना की कहानियां का विमोचन किया गया।


इस पुस्तक में चित्रा मुदगल के सभी साहित्यों में नारी चेतना के उपर केन्द्रित कहानियां संगृहीत हैं। साथ ही साथ प्रसिद्ध लेखिका करुना शर्मा की चित्रा मुदगल की कहानियां-सृजन के विविध रंग पुस्तक भी विमोचन किया गया। इस अवसर पर इस अवसर पर साहित्यकार चित्रा मुदगल, लेखिका करुना शर्मा, प्रख्यात व्यंगकार प्रेम जनमेजय, एवं एपीएन पब्लिकेशंस के निदेशक निर्भय कुमार मौजूद थे।


चित्रा मुदगल ने अपनी पुस्तक के बारे में कहा कि यह पुस्तक केवल पुस्तक नहीं बल्कि आम जनों की कहानियां हैं, इस पुस्तक में समाज में स्त्री, शोषित, दलित एवं विप्रित्लिंगी वर्गों पर केन्द्रित पुस्तक हैं। उन्होंने एपीएन पब्लिकेशंस के निदेशक निर्भय कुमार को धन्यवाद दिया। उन्होंने चित्रा मुदगल की कहानियां-सृजन के विविध रंग की लेखिका करुना शर्मा को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह मेरी रचनात्मकता का सौभाग्यहै की वह विवेकपूर्ण दृश से चीजो को ख्गालाती हैं और उन्होंने यह पुस्तक लिखी।


लेखिका करुना शर्मा ने अपनी पुस्तक चित्रा मुदगल की कहानियां-सृजन के विविध रंग के बारे में बाते की यह पुस्तक चित्रा मुदगल के सभी रचनाओं पर आधारित है। उनके सभी पुस्तकों को समाज में कैसे देखा गया है, यह पुस्तक उसी पर केन्द्रित है। पुस्तक में नए विषयों पर काम किया गया है, जिनमें मानवीय पक्ष, सामाजिक पक्ष एवं व्यक्ति पक्ष शामिल है।