साउथ एमसीडी ने किया मच्छरजनित बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्यशाला का आयोजन


नई दिल्ली, साउथ एमसीडी ने शुक्रवार को डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों से बचाव व रोकथाम हेतु इंडिया हैबिटेट सेंटर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मच्छरजनित रोगों की रोकथाम एवं नियत्रंण पर गहन चर्चा की गई। इस अवसर पर महापौर नरेन्द्र चावला, अतिरिक्त आयुक्त उमेश कुमार त्यागी और निगम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.के. हजारिका सहित दिल्ली सरकार, विभिन्न एजेंसियों और विभिन्न अस्पतालों के अधिकारी व अन्य विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।


इस अवसर पर महापौर नरेन्द्र चावला ने कहा कि हमें ऐसी कार्यशालाओं का बड़े स्तर पर आयोजन करना चाहिए और उसमें प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल करें ताकि हम मच्छरजनित बीमारियों से बेहतर तरीके से निपट सकें। इन बीमारियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए हमें नवीन तरीकों को अपनाना होगा साथ ही सामाजिक सहभागिता को भी बढ़ावा देना होगा। डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने से पहले ही हमें नागरिकों को इन बीमारियों के बारे में पूरी जानकारी दे देनी चाहिए ताकि रोकथाम से ही इनका इलाज किया जा सके। इसके अतिरिक्त हमे दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों से संपर्क करना चाहिए और बच्चों को इसमें शामिल करना चाहिए क्योंकि जागरूकता फैलाने के लिए बच्चों को अच्छा कोई ब्रैड अम्बेस्डर नहीं हो सकता।


अतिरिक्त आयुक्त उमेश त्यागी ने बताया कि इस कार्यशाला का उदे्श्य कीटजनित बीमारियों से बचाव हेतु पहले से ही पर्याप्त तैयारी कर करना है। उन्होंने बताया कि हमें अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए एक बेहतर एक्शन प्लान तैयार करना है और उसे अमल में भी लाना है। सहाय ने नागरिकों, अधिकारियों और सभी एजेंसियों से अपील की है कि वह पूर्ण सहयोग दे और अपने सतत् प्रयासों से इन बीमारियों की रोकथाम के लिए उपाए करे।


उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही इन बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें जागरूकता, बचाव और बीमारियों के उन्मूलन पर जोर देना है कि ताकि इन बीमारियों पर काबू पाया जा सके। उन्होंने विभिन्न एजेंसियों के बीच सही तालमेल बनाने और एक प्रभावी रणनीति बनाने को कहा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने यहां चैकिंग के लिए आने वाले फील्ड स्टाफ को अंदर आने की अनुमति दें। हम कई वर्षों से इस कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं और निगम नोडल एजेंसी होने के कारण निरंतर इन कीटजनित बीमारियों की रोकथाम हेतु भरपूर प्रयास कर रहा है।


साउथ एमसीडी के एम.एच.ओ डॉ. बी के हजारिका ने कार्यशाला में उद्घाटन भाषण दिया। निदेशक राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान, निदेशक राष्ट्रीय मच्छर जनित रोग से बचाव अैर नियंत्रण कार्यक्रम और दिल्ली सरकार के परियोजना अधिकारी ने मच्छर जनित रोगों पर काबू पाने की कार्य योजना समय पर तैयार करने पर बल दिया।