राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को किया याद


नई दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर नमन करते हुए कहा कि हम उनके आदर्शों को पूरा करने और एक मजबूत भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयन्ती पर उन्हें मेरा नमन। वे हमारे सबसे लोकप्रिय राष्ट्रनायकों और स्वतंत्रता संग्राम के महानतम सेनानियों में से एक हैं। आज भी हमारे देशवासी नेताजी को बड़े ही आदर और स्नेह के साथ याद करते हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। वह एक ऐसे शूरवीर थे जिन्होंने भारत को स्वतंत्र बनाने की दिशा में खुद को प्रतिबद्ध किया और सम्मान की जिंदगी जी। हम उनके आदर्शों को पूरा करने और एक मजबूत भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने गत वर्ष 21 अक्टूबर को आजाद हिंद सरकार की स्थापना की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले की प्राचीर से दिए अपने भाषण को भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। इस वीडियो संदेश में मोदी ने कहा सुभाष चंद्र बोस का नाम हमें गौरव और नई ऊर्जा से भर देता है। नेता जी ने एक ऐसी सरकार के विरुद्ध लोगों को एकजुट किया जिनका सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। यदि नेताजी की जीवनी पढ़ें तो ज्ञात होता है कि वीरता के शीर्ष पर पहुंचने की नींव कैसे उनके बचपन में ही पड़ गई थी। वर्ष 1912 के आसपास उन्होंने अपनी माता जी को चिट्ठी लिखी थीद्य वह इस बात की गवाह है कि गुलाम भारत को लेकर नेता जी के मन में कितनी वेदना थी। नेताजी का एक ही उद्देश्य था, भारत की आजादीद्य यही उनकी विचारधारा और कर्म क्षेत्र था। उल्लेखनीय है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। उनकी माता का नाम प्रभावती देवी था। उनके पिता जानकीनाथ एक वकील थे। नेता जी ने देश को आजाद कराने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था।