पंकज ने नौकरी की तलाश छोड़ स्व-रोजगार की ओर कदम बढ़ाते हुए लिखी सफलता की कहानी


सोनीपत, (राजेश आहूजा)। नौकरी की तलाश में भटकना व समय गंवाने की बजाय ग्रामीण युवा पंकज ने स्व-रोजगार की ओर कदम बढ़ाते हुए सफलता की कहानी लिखी है। वे अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत के रूप में उभरे हैं। आज वे सरलता से प्रति माह 50 से 80 हजार रुपये कमा रहे हैं। साथ ही अपने बिजनेस को विस्तार देने के लिए प्रयासरत हैं।

24 वर्षीय पंकज गांव नैना तातारपुर के निवासी हैं। खुद का व्यवसाय शुरु करने से पूर्व उन्होंने नौकरी प्राप्त करने के लिए खूब प्रयास किये। उनका कहना है कि रेलवे में उनकी नौकरी लगते-लगते रह गई। ऐसे में उनका मन नौकरी हासिल करने के स्थान पर स्व-रोजगार की दिशा में आगे बढने का निश्चय किया। इसमें उन्हें आशा की किरण दिखाई पीएनबी आरएसईटी के संकाय प्रवीण सोलंकी ने। पीएनबी आरएसईटी के तत्वावधान में नैना तातारपुर में एक जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें स्व-रोजगार के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया गया। बस, यहीं से पंकज के जीवन में नया मोड़ आ गया। पंकज ने बिना समय व्यर्थ गंवाये प्रवीण सोलंकी से संपर्क साधा और आरएसईटी के ट्रेनिंग सेशन में पंजीकरण करा लिया। उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान साबुन बनाने, लिक्विड सोप, आईक्यूजेड फिनाईल तथा हैंडवॉश बनाने का प्रशिक्षण हासिल किया। साथ ही उन्होंने बिजनेस की शुरुआत और उसे बढ़ाने पर विशेष रूप से ध्यान दिया।

पंकज के अनुसार उन्होंने बिजनेस में सफलता के गुर सीखने तथा उत्पादन निर्माण पर खासतौर से ध्यान दिया। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद उन्होंने बैंक से ऋण सहायता प्राप्त करते हुए आईक्यूजेड फिनाईल निर्माण की शुरुआत की। धीरे-धीरे उन्होंने मार्केट में अपनी विश्वसनीयता तथा जगह कायम की। वे जेके सुपर के नाम से अपने उत्पादन का निर्माण करते हैं, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से गुणवत्ता कायम रखने पर ध्यान दिया है। आज पंकज अपने स्व-रोजगार के माध्यम से बेहद आसानी से 50 से 80 हजार रुपये प्रति माह कमा रहे हैं। उनका कहना है कि उनके उत्पादन की मांग जिले में ही नहीं अपितु अन्य राज्यों में भी बढ़ रहे हैं। अब वे अपने बिजनेस के विस्तार में जुटे हुए हैं ताकि वे अपनी कमाई को और बढ़ा सकें। उनका कहना है कि युवाओं को स्व-रोजगार की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। स्व-रोजगार के माध्यम से स्वर्णिम भविष्य का निर्माण संभव है।

पंकज ने पीएनबी आरएसईटी का विशेष रूप से आभार प्रकट करते हुए कहा कि यहां युवा उद्यमी तैयार किये जाते हैं। युवाओं को स्व-रोजगार स्थापना का प्रशिक्षण व सहायता दी जाती है। इसका युवाओं को पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कभी वे रोजगार के लिए भटक रहे थे, किंतु आज वे ऐसी स्थिति में हैं कि युवाओं को खुद रोजगार दे सकते हैं। वे एक छोटे से उद्यमी बने हैं। अपनी मेहनत व लगन से वे अपने बिजनेस को और बढ़ाने को आतुर हैं। पीएनबी आरएसईटी के प्रवीण सोलंकी कहते हैं कि पंकज से अन्य युवाओं को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्व-रोजगार की सहायता से बेरोजगारी को दूर किया जा सकता है। स्व-रोजगार से बेहतरीन भविष्य का निर्माण संभव है। आरएसईटी लडके-लड़कियों को विभिन्न प्रकार के स्व-रोजगार स्थापित करने का प्रशिक्षण देता है। इसका लाभ युवाओं को उठाना चाहिए।