मैक्स अस्पताल ने उत्तरभारत में भी दी दस्तक


नई दिल्ली, मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने उत्तर भारत अपनी दस्तक देते हुए मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में विभिन्न विशिष्टताओं-कार्डियक साइंसेज, ऑर्थोपेडिक्स, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो विज्ञान और यूरोलॉजी में मल्टी-स्पेशियलिटी ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी है। ओपीडी सेवाओं का शुभारंभ होटल मौर्या, पटना में आयोजित किया गया। इसमें मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर के अध्यक्ष डॉ. हरित चतुर्वेदी, डॉ. (कर्नल) सीपी रॉय, निदेशक-चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, प्रशासनिक समन्वयक कार्डियोलॉजी, मैक्स सुपर ने हिस्सा लिया। स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साकेत, प्रो (डॉ) वीके जैन, वरिष्ठ निदेशक-न्यूरोसर्जरी, मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल साकेत और शरद सक्सेना, वीपी और हेड बीपीएमए, मैक्स हेल्थकेयर भी उपस्थित थे। ओपीडी का संचालन आस्थालोक अस्पताल, फोर्ड अस्पताल और मेडिपार्क अस्पताल में सुबह 10.30 से दोपहर 3.00 बजे तक किया गया।


मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर के अध्यक्ष,डॉ. हरित चतुर्वेदी ने कहा, पिछले कुछ दशकों में ट्यूमर की समझ काफी विकसित हुई है, हालांकि नई दवाएं, उपकरण और रणनीतियां पिछले 5-6 वर्षों में ही सामने आई हैं। हम बेहतर परिणाम और उपचार के कम में लगातार दुष्प्रभाव देख रहे हैं। अधिक जरूरी है, बढ़ती जागरूकता और कैंसर की देखभाल में बदलते प्रतिमानों के लिए बेहतर पहुंच। सच तो यही है कि इससे मृत्यु दर में धीरे-धीरे कमी आई है। हमें लोगों को अधिक जानकारी के साथ सशक्त बनाने की आवश्यकता है ताकि वे इस तरह की प्रगति से लाभान्वित हो सकें।


लॉन्च के दौरान मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर के अध्यक्ष डॉ. हरित चतुर्वेदी ने कहा, भारत में रहने वाली दुनिया की आबादी का लगभग पांचवां हिस्सा, यानी हमारा देश गैर-संचारी रोगों के बढ़ते बोझ का सामना कर रहा है। किसी भी अंग में पाए जाने वाले कैंसर का मुकाबला करने के लिए पिछले एक दशक से अधिक एडवांस उपचार का विकल्प बांह में केवल एक गोली है। बता दें कि ग्लोबाकैन इंडिया 2018 द्वारा दिए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार, 2018 में 11.58 लाख से अधिक नए कैंसर के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 प्रतिशत मामलों में महिलाओं में कैंसर और 49 प्रतिशत पुरुषों में पाए गए हैं।