महिलाओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली, दिल्ली में साल 2017 की तुलना में साल 2018 में संगीन अपराध सहित कुछ और मामलों में कमी आई है। दिल्ली में साल 2017 के मुकाबले साल 2018 में हत्या, डकैती और लूट जैसे मामलों में जहां कमी देखने को मिली है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को सालाना प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली में अपराध सहित कई मामलों के आंकड़े जारी किए। दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक सहित कई बड़े अधिकारियों ने साल 2018 का आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि दिल्ली में अपराध पर काफी हद तक अंकूश लगा दिया गया है।


वार्षिक प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक यह दावा करते हुए दिल्ली पुलिस का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की हमेशा से यह कोशिश रहती है कि दिल्ली के नागरिकों की सुरक्षा में पूरी तरह से तत्पर रहे, बदमाशों को पकड़ें, महिलाओं को सुरक्षा दें, स्ट्रीट क्राइम को कम करें और यातायात में आ रही दिक्कतों को दूर करें। उन्होंने कहा कि इन सबको लेकर कई स्कीम भी चलाई गई जिससे पुलिस फोर्स को बदमाशों पर काबू पाने में काफी मदद मिली। कई चीजों को इंटरनेट से भी जोड़ा गया। वर्ष 2019 में भी पुलिस को आधुनिक बनाने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए कई तरह से काम किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के मालखानों को जिस तरह से नेट से जोड़ा गया है, उससे काफी फायदा हुआ है। उसमें समय, कागज, रखने की जगह आदि में काफी कमी आई है और थानो में फाइल खत्म हो गई हैं।


उन्होंने कहा कि पहले केस फाइल को ढूंढने में जो माथापच्ची थी वह खत्म हो गई है। अब पुलिस और नागरिक के बीच की दूरी काफी कम हो गई है। पीड़ित अपनी शिकायत थानों में जाकर एक दोस्त पुलिस से अपनी बात आसानी से कह रहे है। उन्होंने बताया कि हत्या जैसे मामले इस बार 477 रहे जबकि पहले 487 थे। वारदात जरूर हुई मगर बदमाशों को पकड़ा और उनको सजा भी दिलवाई। दिल्ली पुलिस की ज्यादातर अब उन इलाकों पर नजर है जहां ज्यादा अपराध होते थे। वहां गश्त बढ़ाया गया, स्पेशल चेकिंग की गई। उन्होंने यह भी बताया कि थानों को एक- दूसरे से जोड़कर बदमाशों को पकड़ने में काफी मदद मिली है।


पटनायक ने बताया कि पिछले साल की तुलना में अपराधों में भी कमी आई है। पुलिस को अपने तौर पर और स्पेशल चेकिंग आदि से बदमाशों पर काबू पाने में कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस दिल्ली वालों को भय मुक्त शहर देने में प्रतिबद्ध है। पुलिस वालों को भी बदमाशों को पकड़ने के लिए सम्मानित किया जा रहा है। दूसरे शहरों की पुलिस के साथ समय≤ पर बैठक कर एक- दूसरे से बाते शेयर की जा रही है। पुलिस बाइक और साईकल पर मॉर्निंग में लोगों से मिलकर उनसे सम्पर्क भी कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल के बड़े गैंग का पर्दाफाश किया, हिस्ट्री शीटर पकड़े। हत्या में 1968, लूट 2015 बलात्कार में 2290 पकड़े, हथियारों के साथ 1901 पकड़े।


इस तरह से कुल 91291 बदमाश पकड़े। 1131 हिस्ट्री शीटर इस साल सामने आए थे जबकि पिछले साल के मुकाबले इनकी संख्या कम थी। इसके अलावा मकोका में 15 पकड़े जबकि पिछले साल 11 पकड़े थे। इनामी बदमाश 168 पकड़े जबकि 106 पिछले साल पकड़े थे। इसमें अनवर, कालिया, भगत, कपिल, क्रांति, राजेश भाटी, नसीम, फुरके जैसे गैंग के बदमाश पकड़े। पटनायक ने बताया कि एक्सिस मामले में 33873 पकड़े जबकि 2753 पिछले साल पकड़े गए थे। एनडीपीएस के तहत 493 केस सामने आए जबकि 662 पकड़े गए थे। 491 पिछले साल पकड़े गए थे। रोड रेज में 49 जबकि 2017 में 64 मामले पिछले साल सामने आए थे।


सालाना पत्रकार वार्ता के अहम बिंदु....


-81 पुलिसकर्मियों को समय से पहले मिली पदोन्नति, 72 को असाधारण कार्य पुरस्कार दिए गए।
-दिल्ली में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ीं, लेकिन इन दुर्घटनाओं में पहले से कम लोगों की गई जान।
-दिल्ली पुलिस ने 2018 में सिम्मी के 2 आतंकी सहित कुल 11 आतंकी को किया गिरफ्तार।
-एक साल में दिल्ली पुलिस ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर चालान से जुटाए 105 करोड़ रुपये
-24 जगहों पर 20 करोड़ की लागत से लाल बत्ती पर कैमरे लगाए जाएंगे।
-100 जगहों पर गति पकड़ने वाली मशीनें लगेंगी।
-दिल्ली में वाहन चोरी के मामले बढ़े, लेकिन पुलिस ने गत वर्ष के मुकाबले ज्यादा वाहन चोर भी पकड़े।