हिंदू महासभा की पूजा पांडेय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोस्टर को मारी गोली,


अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 71वीं पुण्यतिथि पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के सदस्यों ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया. हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी की हत्या के सीन को रीक्रिएट करते हुए बापू के पोस्टर को गोली मारी फिर उसका दहन किया. इस दौरान हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने 'महात्मा नाथूराम गोडसे अमर रहे' के नारे भी लगाए.
अलीगढ़ में हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पूजा शकुन पांडेय के नेतृत्व में गांधी वध के रूप में मनाते हुए गोडसे की तस्वीर पर पुष्पांजलि दी गई, और मिठाईयां भी बांटी गईं. इस दौरान गांधी के पोस्टर को गोली मारी गई फिर उसे जलाया गया. हिंदू महासभा ने गांधी के बलिदान दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया.
बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा को अपना आदर्श मानने वाली अखिल भारत हिंदू महासभा ने मेरठ में हिंदुओं से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए संविधान को ताक पर रखकर न्यायपीठ की स्थापना की है. न्यायपीठ की चीफ जस्टिस की कुर्सी पर डॉ0 पूजा शकुन पांडेय की नियुक्ति की गई थी जो खुद को सन्यासिनी और गुजरात द्वारिका स्थित मुरली आश्रम की महन्त बताती हैं.
पूजा शकुन पांडेय कहती है कि महात्मा गांधी को देश का राष्ट्रपिता कहलाने का अधिकार नहीं है. अगर वह खुद गोडसे से पहले पैदा हुई होतीं तो वह खुद महात्मा गांधी की हत्या कर देतीं. पांडेय ने कहा कि मुसलमानों की शरिया अदालतों की तरह महासभा की लंबे समय से सरकार से मांग थी कि त्वरित न्याय के लिए हिंदुओं के लिए भी धार्मिक न्यायपीठ का प्रावधान होना चाहिए. इस अदालत में हिंदुओं के घरेलू मामलों के अलावा सामाजिक मामले भी सुने जायेंगे.
हिंदू न्यायपीठ में केवल हिंदुओं की फरियादों की ही सुनवाई होगी. गांव-मोहल्लों के झगड़ों से लेकर घरेलू मामले तक निपटाये जायेंगे. यह पूछने पर कि सजा का प्रावधान कैसे रहेगा, न्यायपीठ की जज डॉ0 पूजा शकुन पांडेय ने बताया था कि पहले बातचीत और आर्थिक जुर्माना से मामलों का हल निकाला जायेगा और अगर बात नही बनती तो मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है. यह पूछे जाने पर कि सजा तय होने के बाद मृत्युदंड कैसे दिया जायेगा, डॉ0 पूजा शकुन पांडेय ने बताया कि जैसे गोडसे ने बंदूक उठाई थी, वैसे ही महासभा के पदाधिकारी सजा देंगे.