गोशाला की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की: विजेन्द्र गुप्ता


नई दिल्ली, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गोशाला दौरे पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कहा कि केवल गोशाला में जाने मात्र से समस्या का समाधान नहीं होगा। पार्टी गोशालाओं की बदहाली और आवारा पशुओं का मामला सदन में उठाएगी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शुक्रवार को बवाना की श्रीकृष्ण गोशाला का निरीक्षण करने के दौरान भाजपा शासित नगर निगम पर गाय के नाम पर वोट मांगने के बावजूद गोशाला के लिए फंड नहीं देने का आरोप लगाया था।


दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की गोशालाओं की जिम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है। उन्होंने कहा कि केवल गोशाला में जाने मात्र से समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता क्योंकि स्थान की कमी के कारण पशु सड़कों के बीच डेरा डालने के लिए मजबूर हैं और दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं। गुप्ता ने कहा कि उन्होंने शहर में नई गोशालाओं के निमार्ण और वर्तमान गोशालाओं में क्षमता बढ़ाने का कई बार मुद्दा उठाया परन्तु केजरीवाल सरकार ने इस बारे में कोई कदम नहीं उठाए। जिस कारण गायों के लिए तो समस्या है ही उनके खुले में घूमने से दिल्ली के लोगों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि वे गोशालाओं की बदहाली और दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में आवारा पशुओं का मामला सदन में भी उठाएंगे। गोशालाओं में चारे की उचित व्यवस्था करने की जिम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है लेकिन सरकार इसके लिए फंड भी जारी नहीं करती तथा उलटे इसका जिम्मा भी दिल्ली के नगर निगमों पर डालकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है।


गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल हरियाणा में जाकर वहां की गोशालाओं के मुआयने की तो बात करते हैं लेकिन उनकी पार्टी द्वारा शासित दिल्ली में उनकी क्या हालत है वे नहीं जानते। उन्होंने केजरीवाल से दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में गायों के जमावड़े को जाकर देखने को भी कहा। उन्होंने कहा कि इन गायों को सड़कों पर इसलिए आना पड़ता है क्योंकि गोशालाएं पूरी तरह से भरी हुई हैं तथा वहां उनके रहने के लिए स्थान उपलब्ध नहीं है। गुप्ता ने केजरीवाल सरकार से अपील की है कि वे राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली में उपलब्ध गोशालाओं की क्षमता में विस्तार करने तथा नई गोशालाएं खोलने पर विचार करें जिससे इनके रहने व चारे के लिए उचित व्यवस्था हो सके।