-शीला दीक्षित ने संभाली दिल्ली कांग्रेस की कमान
नई दिल्ली, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने बुधवार को औपचारिक तौर पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर जाकर नई अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लिया। कार्यक्रम में सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे हुए थे। दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन सुबह शीला दीक्षित के घर पहुंचे और वहां से उनको लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आए। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान पार्टी के जहां तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके पूर्व सहयोगी भी साथ दिखे।
इस मौके पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि दिल्ली सहित पूरा देश कांग्रेसमय हो रहा है। माकन ने कहा कि तीन राज्यों के चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए हैं। इससे देश ने अपना रुख साफ कर दिया है। दिल्ली भी वर्तमान की दोनों सरकारों को नकारने वाली है। इसके लिए शीला दीक्षित के मार्गदर्शन में दिल्ली कांग्रेस इस लक्ष्य को प्राप्त करेगी। पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली व केंद्र की सरकार दोनों समाज को तोड़ने का काम कर रही हैं। ऐसे में कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि इन दोनों को सत्ता से हटाएं और दिल्ली सहित देश को दिशा दें। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के लिए शीला दीक्षित बहुत शुभ हैं। उन्होंने 15 वर्षों तक दिल्ली का मार्गदर्शन किया है। इस बार फिर दिल्ली उनको पुकार रही है। दीक्षित की अगुआई में दिल्ली में कांग्रेस फिर से काबिज होगी।
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि दिल्ली को आधुनिक बनाने वाली शीला दीक्षित को एक बार फिर दिल्ली की जनता ने पुकारा है और इस पुकार को सुनकर इन्होंने फिर से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद ग्रहण किया है। वो एक बार फिर दिल्ली को दिशा देंगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक बार फिर कांग्रेस को लाना है। इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ता शीला दीक्षित के मार्गदर्शन में दिल्ली फतह करेंगें।
कार्यक्रम के अंतिम वक्ता के रूप में शीला दीक्षित ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि वो वक्त आ गया है जब दिल्ली सहित देश में कांग्रेस उस मुकाम तक पहुंचेगी, जहां सिर्फ कांग्रेस ही कांग्रेस दिखे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सारी सीटों को जीत कर कांग्रेस की झोली में डालना है। वो इसी उद्देश्य के साथ काम करेंगी। शीला दीक्षित ने कहा कि राजनीति चुनौतियों से भरी है, हम उसके ही आगे की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों एक चुनौती हैं और हम मिलकर इन चुनौतियों का सामना करेंगे। आप के साथ गठबंधन पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
वहीं, सिख विरोधी दंगों लेकर विवादों में रहने वाले जगदीश टाइटलर भी इस कार्यक्रम में पहुंचे थे, जिसके चलते अब सियासी बवाल मचना शुरु हो गया है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में शीला दीक्षित ने टाइटलर को मंच पर जगह दी थी लेकिन अजय माकन ने उन्हें नीचे उतार दिया। भाजपा हमेशा से ही सिख विरोधी दंगों में संदिग्ध भूमिका के लिए टाइटलर को घेरती रहती है और इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा है जो उनके परिवार ने पहले किया, राहुल ठीक वही परंपरा अब आगे बढ़ा रहे हैं। यह साफ दिखाता है कि उन्हें सिखों के भावनाओं की कोई इज्जत नहीं है।
वहीं शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनने के कार्यक्रम में पहुंचे टाइटलर से जब सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार की सजा के बारे में पूछा गया तो वह अपना नाम आने पर भड़क गए। टाइटलर ने कहा- एक आदमी क्या कह सकता है जब अदालत ने अपना फैसला सुनाया है। आपने मेरा नाम भी लिया। क्यों? क्या कोई एफआईआर है? क्या कोई केस है? नहीं? तब आपने मेरा नाम क्यों लिया? किसी ने कुछ कहा और आपने मान लिया। बता दें कि जगदीश टाइटलर से कांग्रेस अक्सर दूरी बनाती देखी गई है लेकिन वह कई मौकों पर पार्टी के आयोजनों में नजर आते रहे हैं, जिसको लेकर अकसर राजनीतिक विवाद देखने को मिलते रहे हैं।
गौरतलब है कि अजय माकन के इस्तीफा देने के बाद दिल्ली कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए पार्टी आलाकमान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शीला दीक्षित को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के साथ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं। प्रदेश प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि पूर्व विधायक हारुन यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव को प्रदेश में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।