दक्षिण निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण में उल्लेखनीय सुधार में सहयोगी 104 सफाई कर्मचारी सम्मानित

नई दिल्ली, दक्षिण निगम के सफाई कर्मचारी सम्मान समारोह और स्वास्थ्य जांच और जागरूकता शिविर में आज 104 सफाई कर्मचारियों को स्वच्छ सर्वेक्षण में उल्लेखनीय सुधार में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वहीं इस मौके पर 350 सफाई कर्मचारियों ने अलग-अलग किस्म की स्वास्थ्य जांच कराई, 100 कर्मचारियों ने कम ब्याज के कर्ज का आवेदन किया और 80 कर्मचारियों ने कौशल विकास के लिए पंजीकरण कराया। आज यह घोषणा की गई कि इस वर्ष के अप्रैल महीने में चारों जोन में सफाई कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम और स्वास्थ्य जांच और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यह भी तय किया गया है कि दक्षिण निगम अपने सफाई कर्मचारियों के प्रति बहुत सजग है और फरवरी माह में चारों जोन में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सहयोग से शिविर लगाकर समस्याओं का समाधान करेगा।



इस अवसर पर महापौर नरेन्द्र चावला ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण में 202 की रैंकिंग में सुधार लाकर 32 रैंकिंग पर लाने में इन सफाई कर्मचारियों की मेहनत, निष्ठा और समर्पण भावना का बड़ा हाथ है। निगम ने सफाई कर्मचारियों की पूरी बकाया राशि जारी कर दी है। सफाई कर्मचारियों के लिए कैशलैस सुविधा सेवा की कुछ औपचारिकताएं शेष है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को कठिन हालात में काम करना पड़ता है इसलिए निगम उनकी स्वास्थ्य की प्रति चिंतित रहता है इसलिए स्वास्थ्य जांच और जागरूकता शिविर लगाया गया है। महापौर ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सफाई को लेकर प्रतिबद्धता के कारण सुरक्षा का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण बन गया है। उन्हांेने कहा कि जिस ईमानदारी और साहस से सफाई कर्मचारी मेहनत कर रहे हैं मुझे उम्मीद है कि 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में हमारा निगम नंबर 1 रैंकिंग प्राप्त कर सकेगा।


राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष जाला ने कहा कि आयोग सफाई कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा करता है, उनसे संबंधित नियम और कानून लागू करवाता है और उनके साथ हो रहे अन्याय के मामलों में शीघ्र कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम.सी के सफाई कर्मचारियों के मुद्दों पर आयोग की सदस्य मंजू दलेर नजर रखेंगी।


स्थाई समिति की अध्यक्षा शिखा राय ने कहा कि हमारा निगम स्वच्छता के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग प्राप्त करने के लिए अथक परिश्रम किया। पूरे निगम क्षेत्र को खुले में शौच से मुक्त होने की उपलब्धि को अत्यंत महत्वपूर्ण रही। इसके लिए निगम ने बड़ी संख्या में सार्वजनिक शौचालय परिसर, सामुदायिक शौचालय परिसर बनाए और उनका निरंतर रखरखाव किया।


निगम द्वारा आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में दांतों, आंखों, रक्तचाप, शुगर, बोन डैंसिटी, पी.एफ.टी की जांच की गई और त्वचा रोग, हड्डी रोग, स्त्री रोग और सामान्य बीमारियों पर चिकित्सों ने परामर्श दिया। करीब 565 में सफाई कर्मचारियों ने स्वास्थ्य जांच और जागरूकता शिविर का लाभ उठाया। समारोह में आयुक्त डा. पुनीत कुमार गोयल, आयोग के सदस्य गंगाराम भोंसले और मंजू दलेर तथा निगम के अपर आयुक्त उमेश त्यागी, निदेशक डेम्स दिलीप रमनानी और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित एवं विकास निगम के सी.एम.डी श्याम कपूर ने भी भाग लिया।