नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वोटर लिस्ट से नाम कटवाने के मुद्दे पर सोमवार को भारतीय निर्वाचन आयोग से आम आदमी पार्टी(आप) की शिकायत कर पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को ज्ञापन सौंपकर कहा कि केजरीवाल और उनकी पार्टी दिल्ली के मतदाताओं को धर्म और जाति के आधार पर बांटकर 30 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब होने का झूठा प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मिला।
मनोज तिवारी ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त से आज मिलकर उन्हें आम आदमी पार्टी के द्वारा दिल्ली के लोगों को धर्म जाति में बांटने, दिल्ली के मतदाताओं के पास फर्जी फोन के माध्यम से मतदाता सूची से नाम कटने की जानकारी देने और फिर यह कहना कि भाजपा ने आपका वोट कटवा दिया है और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आपका वोट जुड़वा दिया है। इस प्रकार के आपत्तिजनक बयान देने को लेकर केजरीवाल व उनके नेताओं के खिलाफ एक शिकायत पत्र दिया है।
नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी व उनके नेताओं द्वारा लगातार कई महीनों से भाजपा व चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना व जनता को जाति-धर्म में बांटना देशद्रोह है और जिसका जवाब जनता आम आदमी पार्टी को आगामी चुनावों में अवश्य देगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली में अपनी हार को लेकर इतने डरे हुए हैं कि वह इस प्रकार के दुष्प्रचार का सहारा लेकर भाजपा को बदनाम करना चाहते हैं। वोट कटने व वोट जुड़ने की अपनी एक संवैधानिक प्रक्रिया है लेकिन केजरीवाल खुद को ही चुनाव आयोग समझे बैठे हैं और बिना तथ्यों के कोई भी अनर्गल बात करने से नहीं चूकते।
पार्टी ने निर्वाचन आयुक्त को सौंपे पत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल और पार्टी प्रवक्ता राघव चड्डा सहित तमाम बयानों का उल्लेख किया है। इसमें नोटबंदी और जीएसटी का हवाला देकर कहा गया कि लोग भाजपा से नाराज हैं इसलिए भाजपा उनके मतदाता सूची से वोट कटवा रही है। भाजपा ने 4 दिसम्बर,2018 को केजरीवाल के ट्वीट का उल्लेख किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अग्रवाल समाज के 50 प्रतिशत यानि चार लाख वोट कटवा दिए। इसके अलावा एक अन्य ट्वीट का भी हवाला दिया गया, जिसमें पूर्वांचलियों के 15 लाख वोट कटवाने की बात कही गई।
केजरीवाल के एक अन्य ट्विट का भी जिक्र किया गया है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि चार लाख बनिया, आठ लाख मुस्लिम, 15 लाख पूर्वांचलियों और 3 लाख अन्य सहित कुल 30 लाख मतदाताओं के वोट का अधिकार छीना गया है। भाजपा ने चुनाव आयोग से कहा कि इतना ही नहीं आप कार्यकर्ता दिल्ली के मतदाताओं को फोन करके भ्रमित कर रहे हैं कि भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग ने उनका वोट काट दिया गया है। वह मतदाताओं को यह भी आश्वासन दे रहे हैं कि केजरीवाल उनका नाम वापस जुड़वाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।