आईएल एंड एफएस ब्याज भुगतान करने में असमर्थ, डूब सकते हैं 20 हजार करोड़


मुंबई, कर्ज में फंसी कंपनी इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) लिमिटेड ने कहा है कि वह गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का 19 जनवरी को होने वाले ब्याज भुगतान दायित्व को पूरा करने में असमर्थ है।


कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को भेजे गए ई-मेल में कहा है कि कंपनी गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का 19 जनवरी का ब्याज भुगतान करने में असमर्थ है। आईएल एंड एफएस और इसके समूह की कई कंपनियां पिछले कुछ महीनों के दौरान कर्ज का पुनर्भुगतान करने में असफल रही हैं। इससे वित्तीय प्रणाली में तरलता संकट की आशंकाओं को बल मिला है।


रेग्युलेटरी फाइलिंग से पता चला है कि समूह पर 8 अक्टूबर 2018 तक 94 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है, जिसका भुगतान वह नहीं कर पा रही है। सरकार ने आर्थिक मदद के लिए प्रयास किया है, लेकिन फौरी तौर पर कोई लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। आईएल एंड एफएस लिमिटेड को विभिन्न बैंकों, म्यूचुअल फंडों और अन्य वेल्थ मैनेजमेंट स्कीमों के जरिए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज दिया गया है, जो कंपनी के आर्थिक संकट में घिर जाने से डूब सकती है। इस कर्ज का 61 प्रतिशत बैंक लोन और 33 प्रतिशत डिबेंचरों और कमर्शियल पेपरों के जरिए लिया गया है। आईएल एंड एफएस में सबसे ज्यादा पैसा येस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, इंडसइंड बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा का फंसा है।