पुलिस आयुक्त ने डिजिटलाइजेशन ऑफ मालखाना प्रोजेक्ट का किया उद्घाटन

नई दिल्ली, 28 दिसंबर दिल्ली पुलिस देश की पहली पुलिस बन गई है, जिसके सभी 14 जिलों के सभी थाने ऑनलाइन डिजिटल सिस्टम से लैस हो गए हैं। शुक्रवार को लोधी रोड स्थित चिन्मया मिशन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने डिजिटलाइजेशन ऑफ मालखाना प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इसके साथ दिल्ली के बचे हुए 10 जिलों के थानों के मालखाना भी ऑनलाइन हो गए। अब थानों के मालखाना में पड़े केस प्रॉपर्टी को तलाशने के लिए तैनात पुलिसकर्मी को अंधेरे कमरों में धूल नहीं फांकने होंगे। बस कंप्यूटर पर एक क्लिक कर कौन सा सामान कहां है, यह पता चल जाएगा। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त संदीप गोयल, ताज हसन, आरएस कृष्णया, संजय सिंह, आरपी उपाध्याय सहित सभी प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।


योजना के संबंध में जानकारी देते हुए विशेष आयुक्त संदीप गोयल ने बताया कि मालखानों के ऑनलाइन होने से सिर्फ पुलिसकर्मियों काम करने में ही सुविधा नहीं होगी, बल्कि इससे मामलों की जांच प्रक्रिया और न्यायिक पक्रिया में भी तेजी आएगी। पहले जहां किसी थाना के मालखाना में किसी भी मामले में जब्त किए गए सामानों को सुरक्षित रखने के साथ ही उसे ऐसे स्थानों पर रखना जहां से आसानी से समय पर प्राप्त किया जाये एक चुनौती हुआ करती थी। वहीं पुलिस में नियमित रूप से होने वाले स्थानांतरण के कारण आईओ के बदल जाने पर नए आईओ के लिए मिलने वाले केस के प्रॉपर्टी को मालखाने से तलाशने का काम एक समस्या के समान होती थी। उनका रिकॉर्ड फाइलों में होता था, जिसमें यह पता नहीं होता था कि किस फाइल में किस सामान का रिकॉर्ड है। इस सुविधा के माध्यम से सभी सामानों को नए तरह से सील कर उस पर बारकोड लगाया गया है। उसका पूरा ब्यौरा फोटो के साथ कम्प्यूटर में अंकित किया गया है, जिसमें उसे रखे जाने का स्थान भी अंकित है। इस आईओ से बस एक क्लिक पर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस सिस्टम को ज्यूडिशीयली सिस्टम से भी जोड़ने की योजना है। इससे भविष्य में कोर्ट में सुनवाई के दौरान बैठे जज को भी पता होगा कि मामले में पुलिस के पास क्या-क्या केस प्रॉपर्टी है और उसकी क्या स्थिति है।