निगम के प्रति गंभीर नहीं है भाजपा और आप: मुकेश गोयल

उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सत्तारूढ़ भाजपा नेतृत्व की अनुभवहीनता के कारण ऐतिहासिक टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक बिना किसी ऐतिहासिक निर्णय के राजनैतिक हंगामें की भेंट चढ़ गई। बेनतीजा रही इस बैठक के आयोजन पर निगम के लाखों रूपये की भी बर्बादी हुई। भाजपा और आप पार्षदों द्वारा एक दूसरे को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ और बात हाथापाई तक पहुंच गई। सदन में हालात बेकाबू होने पर महापौर को बैठक स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस ने भाजपा और आप पार्टी के पार्षदों के गैरजिम्मेदाराना रवैये की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इन पार्टियों द्वारा अपनी राजनीतिक प्रतिद्वन्दता के कारण बैठकों में एक दूसरे के प्रति अमर्यादिता को उचित नहीं ठहराया जा सकता।


उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता एवं वरिष्ठ पार्षद मुकेशगोयल ने कहा कि राजनीतिक लाभ के उद्देष्य से जनता की गाढ़ी कमाई के लाखों रूपये खर्च कर सत्तारूढ़ भाजपा नेतृत्व की ओर से आज सोमवार को ऐतिहासिक टाउन हॉल में निगम की आम सभा बुलाई गई लेकिन अफसोस की बात है कि इस बैठक की गंभीरता को पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने न लेते हुए अपनी राजनीतिक महत्तवकांक्षा का जरिया बनाया उन्होंने कहा कि निगम को गठन को डेढ़ वर्ष से ज्यादा हो गया है लेकिन निगम की अधिकांशआम बैठके बेनतीजा रहीं हैं। कारण भाजपा और आप पार्टी के पार्षदों की अनुभवहीनता और राजनीतिक प्रतिद्वंदता कहा जा सकता है यही कारण है कि निगम में जो विकास कार्य होने चाहिए थे नहीं हो पा रहे है और निगम की आर्थिक स्थिति भी दिनोंदिन कमजोर हो रही है। श्री गोयल ने कहा कि निगम में भाजपा व आम आदमी पार्टी के पार्षदों का यही रवैया रहा तो आने वाले समय में निगम का वर्चस्व खत्म सा हो जायेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि उक्त पार्टियों के नेताओं को निगम की बिगड़ती स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अपने-अपने निगम नेताओं के साथ बैठक कर उन्हें राजनीति से उपर उठकर दिल्ली और निगम की बेहतरी के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित करें।