भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की 93वीं स्थापना दिवस समारोह का हुआ आयोजन

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की 93वीं स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को शकरपुर स्तिथ पूर्वी दिल्ली जिला कार्यालय में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर सभी आयोजन में शामिल अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया। स्थापना दिवस समारोह का आयोजन पूर्वी दिल्ली के जिला सचिव का. केहर सिंह और डा. ए.ए.खान द्वारा किया गया। वहीं आयोजन की अध्यक्षता भाकपा दिल्ली राज्य के राज्य सचिव का. धीरेन्द्र शर्मा ने की।


इस मौके पर का. अतुल कुमार अन्जान ने अपने सम्बोधन में कहा कि बीजेपी-आरआरएस की सरकार देश देश में अल्पसंख्यको,दलितो के अधिकारो तथा ओवीसी पर भी हमला कर रही हैं। विदेशियो का भारत की जमीन पर फिर से लाने का प्रयास किया जा रहा है। यही भाजपा व आरआरएस के तमाम लोग जब देश की आजादी लड़ाई लड़ रहे थे उस समय यह लोग अंगेजो के पक्षधर थे। लेकिन भारत के कम्युनिस्ट विदेशियों को भारत से निकालने व पूर्ण स्वराज की मांग को लेकर अंगेजो व विदेशियों के खिलाफ पूरे देश में आन्दोलन चला रहे थे। जब देश आजाद हुआ उस समय भारत के संविधान को बनवाने और उसके संविधान सभा के गठन करवाने में कम्युनिस्टों की अहम भुमिका थी। क्योकि उसमे सभी धर्म व सभी जाति बर्ग के बराबर प्रतिनिर्धित्व को भी ध्यान में रखने की सलाह भी कम्युनिस्टो ने ही दी।


आज भारत की हालात बहुत ही नाजुक दौड़ में है कही गाय के नाम पर कही वीफ के नाम पर कही गोत्र के नाम पर और कही गोवर के नाम पर दलितो,महिलाओ व अल्पसंख्यको पर हमला किये जा रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पाटी के सदस्यो व कार्यकर्ताओ को भाजपा के द्वारा जनता में फैलाई जा रही बुराईयो से विपटने के लिए सदस्यता बढ़ाई जाय और जन आन्दोलन चलाकर उनकी बुड़ाईयों से निवटा जाय। आयोजन सभा का समापन करते हुये का. धीरेन्द्र शर्मा, सचिव, भाकपा दिल्ली राज्य ने कहा कि आज जरूरत है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्यता बढ़ाने और जनता में व्याप्त बुराईयों को मिटाने के लिये आन्दोलन चलाने की मै पूर्वी दिल्ली के साथियो 93 वी सालगिरह की पूर्व संध्या पर के समारोह के अवसर पर कामरेड अपनी ताकत बढ़ायें।