अटल सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, अटल सम्मान से सम्मानित हुई 25 हस्तियां

संसद भवन के मुख्य समिति सभागार में अटल सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें देश की प्रमुख 25 हस्तियों को अटल सम्मान प्रदान किए गए। इसका आयोजन समाजसेवी संस्था वैभव वेलफेयर सोसाइटी ने किया। जिसमें अटल सम्मान समारोह ट्रस्ट ने अपना साझा सहयोग प्रदान किया। यह आयोजन संस्था का पांचवा सम्मान समारोह था। जो कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में किया गया। पांचवे अटल सम्मान समारोह-2018 के रूप में किया। इस आयोजन में अटल बिहारी वाजपेयी जी पर आधारित अटल सम्मान विभिन्न कैटेगिरी में देश के ऐसे अत्यंत प्रतिष्ठित महानुभावों को उनके श्रेष्ठ कार्यों के लिए दिए गए। ताकि लाखों लोगों तक माननीय अटल जी की विचारधारा को सरलता से पहुंचाया जा सके तथा कुछ ऐसे लोगों को भी यह सम्मान दिए गए जो राष्ट्र की उन्नति के सहायक होकर भी गुमनामी में थे।


इस वर्ष जिन 25 व्यक्तियों का चयन इस महत्वपूर्ण अवाॅर्ड के लिए किया गया है उनमें राष्ट्र की रक्षा के क्षेत्र में मेजर जनरल श्री एस. पी. सिन्हा को अटल शौर्य शिखर सम्मान से नवाजा गया। भारतीय साहित्य के क्षेत्र में श्रीधर पराड़कर को अटल साहित्य शिखर सम्मान दिया गया। नृत्य के क्षेत्र में कत्थक नृतक जितेन्द्र जी महाराज को अटल नृत्य निष्णात् शिखर सम्मान, धर्म के क्षेत्र में नवल किशोर महाराज को अटल विश्व विभुति शिखर सम्मान, गायन के लिए ध्रुपद गायक पद्मश्री फैयाज वसीफुद्दीन डागर को अटल स्वर साधक शिखर सम्मान, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय को अटल राष्ट्रीय शिखर सम्मान, संस्कृति मंत्रालय दिल्ली पब्लिक लाईब्रेरी के चेयनमैन रामशरण गौड को अटल कला कीर्ति सम्मान, चिकित्सकीय सर्जरी के क्षेत्र में डॉ. राकेश कुमार वर्मा को अटल आरोग्य शिखर सम्मान, समाजसेवा के क्षेत्र में प्रियंका वर्मा एवं एस.एस.कारगवाल दोनों को संयुक्त रूप से अटल समाज संवर्धन शिखर सम्मान, कानपुर के राजा दिवाकर को अटल समाज शिखर सम्मान, त्रिलोचन सिंह को अटल विभुति शिखर सम्मान, कौस्तुभ सिंह को अटल चिकित्सकीय शिक्षा एवं शौध सम्मान, सौरभ मालवीय को अटल संवाद शिखर सम्मान, श्वेता कौशिक को अटल विदुषी शिखर सम्मान, रेश्मा एच. सिंह को अटल कल्याणी शिखर सम्मान, सुशील तायल को अटल धर्मसेवी शिखर सम्मान, पुष्पराज एवं एम.ए. खान को संयुक्त रूप से अटल सद्भावना शिखर सम्मान, एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया को अटल चिकित्सा शिखर सम्मान, भारतीय ज्योतिष के क्षेत्र में सचीन्द्र नाथ पाण्डेय को अटल नक्षत्र शिखर सम्मान, पत्रकारिता के क्षेत्र में लोकसभा चैनल के सुमित सिंह को अटल मीडिया शिखर सम्मान, जनसेवा व गौसेवा के क्षेत्र में विक्रान्त खण्डेलवाल को अटल जनसेवा शिखर सम्मान, गरीब व असहायों की सेवा के लिए गुरदयाल सिंह छाबड़ा को अटल नारायण सेवा सम्मान, सौरभ श्रीवास्तव को अटल शब्द शिल्पी शिखर सम्मान व नारी सशक्तिकरण के लिए आरूषी निशंक को अटल महिषी शिखर सम्मान प्रदान किया गया।


सभी चयनित अवाॅर्डियों को भारतीय वैदिक संस्कृति के अनुसार विशेष रूप से शंखनाद व मंत्रोच्चार करते हुए सम्मानित किया गया। यह विशेष अवसर पर संसद में शंखनाद व मंत्रोच्चार किया गया। साथ ही अटल जी पर आधारित जीवन वृतचित्र का प्रसारण भी किया गया और अटलजी के जीवन से जुड़े संस्मरणों पर आधारित महत्वपूर्ण पुस्तक स्मृतियां अटल हैं का लोकार्पण किया गया। ये संस्मरण अटल जी के विधार्थी काल से लेकर प्रारम्भिक राजनीतिक समय के मित्रों व साथियों के द्वारा प्राप्त किए गए हैं तथा महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, अमित शाह जी, गवर्नर, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्रियों आदि के संस्मरण संग्रहित किए गए हैं। से सभी संस्मरण पाठकों को एक नए अटल जी से परिचित कराएंगे और अटल जी के अनछुए पहलुओं को प्रकाश में लाएंगे। ये संस्मरण अत्यंत रोचक व प्रेरणामयी हैं। इस महत्वपूर्ण पुस्तक का संपादन अटल सम्मान समारोह के संयोजक व संस्था के अध्यक्ष कवि भुवनेश सिंघल ने किया है। इस अवसर पर भुवनेश सिंघल ने बताया कि वो अटल जी से अनेक वर्षों से प्रभावित हैं और उनके जन्मदिन पर पिछले पांच वर्षों से यह आयोजन कर रहे हैं। उन्होनें अटल जी के साथ के अपने संस्मरणों को सुनाते हुए बताया कि अटल जी के साथ उन्होनें की अनेक यादें हैं। उन्होनें भावुक होते हुए कहा कि सबसे महत्वपूर्ण याद उनके जीवन की यही है कि उन्होनें अटल जी को उनके जीवन का अंतिम सम्मान अपने हाथों से प्रदान किया है। अटल जी के महाप्रयाण से कुछ माह पहले ही उन्होनें अटल जी को अपने हाथों से अंगवस्त्र पहनाया था और अटल जी की छवि का एक धातु का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया था जो अटल जी के जीवन का अंतिम सम्मान था। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याज जाजू ने की तथा मंच का संचालन अटल सम्मान समारोह के आयोजक व संस्था के अध्यक्ष भुवनेश सिंघल ने किया। मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्जवलन कर समारोह की शुरूआत की।


संस्था के चेयरमैन व भाजपा जिलाध्यक्ष रोशन कंसल ने अपने सम्बोधन में बताया कि अवाॅर्डियों के चयन के लिए तीन सदस्ययी चयन समिति का गठन हर वर्ष किया जाता है जिसमें इस वर्ष के लिए पद्मश्री भजन सोपोरी, गायक कुमार विशु व साहित्यकार पं. सुरेश नीरव चयन समिति के सदस्य थे। इसके अलावा आयोजन समिति का भी गठन किया गया था।


कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने अपने सम्बोधन में कहा कि अटल जी पर हम जितना कुछ करें उतना अच्छा है। क्योंकि अटल जी का व्यक्तित्व विशाल था। भुवनेश सिंघल इस आयोजन को करके अटल जी के प्रति अपनी भावना को प्रकट करते हैं। इन्होनें जो अटल जी पर पुस्तक स्मृतियां अटल हैं में संस्मरणों को संग्रहित किया है वो काम अदभुत है। राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गवर्नर, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, साहित्यकार व अटल जी के पुराने साथियों के संस्मरणों को जुटाकर पुस्तक तैयार करना कोई सरल कार्य नहीं है। इसमें अटल जी के प्रति इनका समर्पण और कार्य के प्रति लग्न दिखाई देती है।


अटल जी की सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे राज्यसभा सांसद पद्मश्री सी. पी. ठाकुर ने कहा कि अटल जी पर किया ये आयोजन देश की प्रतिभाओं को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण अवसर बन चुका है। इस वर्ष तो अटल जी पर अनेक आयोजन देशभर में हो रहे हैं मगर हमारे भुवनेश सिंघल तो पिछले पांच वर्षों से आयोजन कर अटल जी जैसे महान व्यक्तित्व के प्रति अपने समपर्ण को सिद्ध कर रहे हैं।