हाथों की मेहंदी का रंग भी नहीं उतरा, शादी की दूसरी रोज ही ड्यूटी पर लौटी ये कोरोना योद्धा

राजकोट। कोरोना-लॉकडाउन के दरम्यान कोरोना वॉरियर्स हमारी सुरक्षा की खातिर दिन-रात तैनात हैं। कई कोरोना वॉरियर्स के किस्से ऐसे सुनने को मिलते हैं, जिनसे गर्व की अनु​भूति होती है। यहां राजकोट में ऐसी ही कोरोना वॉरियर हैं- प्रफुला-बा परमार उर्फ पूजा-बा। वह एक पुलिसकर्मी हैं। वांकानेर तहसील के थाने में बतौर एलआरडी ड्यूटी करती हैं। महामारी के इन दिनों ही उन्होंने अपनी शादी निपटाई।



कोरोना वॉरियर प्रफुला-बा परमार की कहानी प्रफुला-बा हनीमून पर नहीं गईं। बल्कि, शादी के दूसरे दिन अपना फर्ज निभाने हाजिर हो गईं। अन्य सिपाही उन्हें अपने बीच देख भौचक थे। क्योंकि, प्रफुलाबा के हाथों की मेहंदी का रंग भी नहीं उतरा था। उसे पति के पास होना चाहिए था, मगर वो ड्यूटी पर लौट आई। उनकी कर्तव्यनिष्ठा की उच्च अधिकारियों ने प्रशंसा की। आमजन भी उनकी सराहना कर रहे हैं।



प्रफुला-बा की शादी करीबन छह महीने पहले फिक्स हुई थी और उन्होंने शादी के लिए छुट्टियां भी ले रखी थीं। हालांकि, कोरोना की लड़ाई में जल्द से जल्द शामिल होने की चाह में वह शादी के दूसरे ही दिन से अपने काम पर लौट पड़ीं। आमतौर, पर महिला पुलिसकर्मियों को नए परिवार में जाना होता है। इसीलिए शादी के बाद उन्हें खास तौर पर छुट्टियां देने का प्रावधान है। लेकिन कोरोना की इस लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी का महत्व समझते हुए प्रफुला-बा ने खुद अपनी छुट्टियां कैंसिल कर दीं।