महिला सुरक्षा मित्र अपने क्षेत्र में न केवल पुलिस और लोगों के बीच पुल का काम करेंगे,स्वाति मालीवाल


नई दिल्ली, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आयोग के सदस्यों और हजारों महिलाओं के साथ रविवार को अपनी 13 दिन की महिला सुरक्षा पदयात्रा शुरू की। यात्रा राजघाट से शुरू हुई। दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए महिला सुरक्षा दल के साथ बड़ी रैली पैदल ही पूर्वी दिल्ली के शकरपुर पुलिस थाने पहुंची और वहां से लक्ष्मी नगर, त्रिलोकपुरी से होते हुए कल्याणपुरी पहुंची। यात्रा के दौरान लोगों और खासकर महिलाओं ने पदयात्रा का भव्य स्वागत किया। पदयात्रा शुरू करने से पहले दिल्ली महिला आयोग की टीम ने महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर श्रद्धांजली अर्पित की। स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनको राजघाट से बहुत शक्ति मिलती है। पिछले वर्ष उन्होंने इसी स्थान पर बलात्कार के खिलाफ कड़े कानून बनाने के लिए 10 दिन तक अनशन किया था।


पदयात्रा की शुरुआत में लोगों को संबोधित करते हुए स्वाति मालीवाल ने महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित बनाने के लिए दिल्ली की महिलाओं को साथ आने की अपील की। दिल्ली में रोजाना बड़ी संख्या में छेड़खानी, घरेलू हिंसा और शारीरिक उत्पीड़न के मामले न केवल छोटी बच्चियों के खिलाफ बल्कि बच्चों के खिलाफ भी सामने आते हैं, दिल्ली रेप कैपिटल के दाग के लिए शर्मसार है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने लोगों को महिला सुरक्षा के लिए वालंटियर करने और महिला सुरक्षा मित्र बनने की अपील की और 9350181181 पर कॉल करके इस मुहिम से जुड़ने को कहा। महिला सुरक्षा मित्र अपने क्षेत्र में न केवल पुलिस और लोगों के बीच पुल का काम करेंगे, अपितु परेशानी में फंसी महिलाओं की सहायता करेंगे। 13 दिन के दौरान दिल्ली महिला आगोग की टीम दिल्ली की सड़कों पर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलेगी और ऐसी महिलाओं से मिलेगी, जो परेशानी में तो हैं मगर आयोग तक पहुंच नहीं पातीं। महिला सुरक्षा पदयात्रा इस दौरान दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को उठाएगी और संबंधित अधिकारियों से उन समस्याओं का समाधान करवाया जाएगा। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा पूर्ण राज्य के लिए प्रस्तावित अनशन का पूर्ण रूप से समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के अधीन नहीं आएगी, तब तक दिल्ली में अपराधों की स्थिति में सुधार नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री पुलवामा जैसे राष्ट्रीय मुद्दों के साथ व्यस्त हैं और वह राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान देने में असमर्थ हैं। दिल्ली की चुनी हुई सरकार का पुलिस के ऊपर अधिकार होना चाहिए ताकि राजधानी में महिला सुरक्षा में सुधार के लिए उचित कदम उठाए जा सकें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके स्वाति मालीवाल का समर्थन किया।