नई दिल्ली/अहमदाबाद, माल्टा हमारे लिए यूरोपियन यूनियन (ईयू) और भूमध्यसागरीय परिक्षेत्र में एक भरोसेमंद सहयोगी है। माल्टा-भारत के बीच ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां हम दोनों देश मिलकर बेहतर कारोबारी संबंध निर्मित कर सकते हैं। ये बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-माल्टा द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कही। माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट वाइब्रेंट गुजरात समिट के लिए भारत दौरे पर हैं।
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हुई भारत-माल्टा द्विपक्षीय वार्ता के दौरान ऊर्जा, फॉर्मा, हेल्थकेयर, वायु परिवहन और पर्यटन सहित तमाम सेक्टर्स पर आपसी सहयोग को लेकर बात हुई। भारत-माल्टा द्विपक्षीय वार्ता गुजरात में हो रहे वाइब्रेंट गुजरात समिट की साइडलाइन बैठकों का हिस्सा है। माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट के अलावा उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति, चेकोस्लोवाकिया के प्रधानमंत्री, डेनमार्क के प्रधानमंत्री लार्स लोकोके रासमुसेन भी भारत आए हैं। वाइब्रेंट गुजरात समिट 18-20 जनवरी तक हो रहा है। दो लाख वर्गमीटर क्षेत्र में फैले इस बिजनेस समिट में 25 विभिन्न कारोबारी सेक्टर्स के लोग अपने अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। करीब 1500 कंपनियां वाइब्रेंट गुजरात समिट में अपने उत्पादों को लेकर आई हैं। इनमें से अधिकांश मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म (एमएसएमई) उद्योग हैं। इस ट्रेड फेयर का उद्देश्य एमएसएमई के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराना भी है। वाइब्रेंट गुजरात समिट 21-22 जनवरी तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा।