नई दिल्ली, जिस्म फिरोशी के धंधे की क्वीन सोनू पंजाबन पर पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में बुधवार तड़के बदमाशों ने गोलियां चलाई। हमले के वक्त सोनू पंजाबन होंडा सिटी कार से जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने उसकी कार को ओवरटेक करके रोका और ताबड़तोड़ तीन गोलियां चलाई। गनीमत रही कि गोलियां ड्राइविंग सीट के अगल-बगल से गुजर गईं। बता दें कि सोनू फिलहाल पैरोल पर जेल से बाहर हैं. फिलहाल पुलिस सोनू के आरोपों की जांच में जुटी है. पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है. घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पहली जांच में सोनू के बयान और घटना स्थल के हालात मेल नहीं खा रहे है। बयानों में विरोधाभास हैं। मौके पर गोली चलने के सबूत जरूर हैं, लेकिन ये आशंका भी है कि हमला सोची-समझी योजना के तहत हो सकता है। सोनू की कार पर जिस समय गोलियां चलीं, वह कार में अकेली थी। कुछ देर पहले अपने 9वीं में पढ़ने वाले बेटे और भाई को उनके घर छोड़कर कहीं जा रही थी। कहां जा रही थी? कौन हमला कर सकता है? आदि सवालों पर पुलिस की जांच जारी है। अगले कुछ दिन में जेल जाने वाली है पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सोनू सात दिन की अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर है। जमानत अवधि खत्म होते ही जेल वापस जाना है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनू पर सैक्स रैकेट चलाने के कई मामला दर्ज हैं, जिनमें वह आसानी से जमानत पर बाहर आती रही है, लेकिन जब से क्राइम ब्रांच ने उसे एक नाबालिग लड़की की खरीद-फरोख्त, किडनैपिंग, रेप और पोक्सो केस में जेल पहुंचाया है, उसकी जमानत की राह मुश्किल हो गई है। पिछले साल उस केस में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। कुछ दिन पहले मां के इलाज के लिए कोर्ट ने एक सप्ताह की अंतरिम जमानत दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल की फोरेंसिक जांच हो रही है। सोनू के बयान भी क्रॉस चेक कर रहे हैं। सोनू का कहना है घटना रात करीब 2ः45 बजे की है।
सोनू का कहना है कि देर रात उसने पहले अपने 9वीं में पढ़ने वाले बेटे को शकरपुर स्थित घर छोड़ा। उसके बाद भाई को छोड़ने गीता कॉलोनी गई। वहां से लौट रही थी, उसी दौरान लक्ष्मी नगर पुश्ता रोड पर कार सवार कुछ लोगों ने उसकी कार को ओवरटेक करके रोका और फायरिंग कर दी। दो गोलियां कार के सामने का शीशा चीरते हुए ड्राइविंग सीट के आसपास लगीं। वह बाल-बाल बची। एक गोली पसैंजर सीट पर लगी। सोनू ने पीसीआर कॉल की। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।
सोनू पंजाबन उर्फ गीता अरोड़ा के खिलाफ 16 साल की नाबालिग के अपहरण, रेप और जबरन देह व्यापार कराने जैसे संगीन आरोप हैं, जिसमें पिछले साल क्राइम ब्रांच चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। चार्जशीट में जिक्र है कि सोनू ने 2009 में किसी से एक लड़की को एक लाख रुपये देकर खरीदा था। पहले उसने नाबालिग को ड्रग्स की लत का शिकार बनाया और फिर उसे ग्राहक के पास देह व्यापार के लिए भेजने लगी। बाद में उसने लखनऊ में किसी और ट्रैफिकिंग करने वाले गैंग को लड़की बेच दी और वहां से वही लड़की फिर से दिल्ली के तिलक नगर पहुंच गई। 2013 में लड़की को रोहतक के एक व्यक्ति को बेच दिया गया और वहां से वह किसी तरह बचकर भाग निकली और बस से नजफगढ़ पहुंची जहां उसने पुलिस को पूरी आपबीती बताई।
पुलिस का कहना है कि सोनू देह व्यापार का धंधा संगठित तरीके से करती रही है। फ्रीलांस कॉलगर्ल्स को ग्राहक के पास भेजती है, जिनमें ज्यादातर कॉलेज छात्रा होती हैं। पुलिस कहना है कि वह उनसे वॉट्स ऐप मैसेज और विडियो कॉल के जरिए संपर्क में रहती थी। लड़कियों को ग्राहक के पास भेजने के लिए 30 फीसदी कमिशन लेती थी, जो अमूमन 20 से 25 हजार रुपये के करीब होता है। आमतौर पर यह लेन-देन ई वॉलेट और मोबाइल वॉलेट के जरिए करती थी, ताकि पुलिस को उसके खिलाफ कोई साक्ष्य न मिले।