दस प्रतिशत आरक्षण सवर्णों को धोखा: संजय सिंह

नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण केंद्र सरकार द्वारा सवर्णों के साथ एक धोखा है।


आप सांसद सिंह ने इसे दलितों और पिछड़ों के आरक्षण को खत्म करने का साजिश बताया। सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि आठ लाख तक आमदनी वाले सवर्ण लोगों को आरक्षण देने की बात कही गई है जबकि सरकार ढाई लाख से ज्यादा आमदनी वाले लोगों से टैक्स वसूलती है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि सलाना आठ लाख आमदनी वाले लोग कैसे गरीब की श्रेणी में आ गए?


इसके अलावा अगर किसी सवर्ण के पास पांच एकड़ तक जमीन या एक हजार वर्ग फिट में घर है तो वो गरीब की श्रेणी में गिना जा रहा है। इससे पता चलता है कि देश के 95 प्रतिशत आबादी को महज दस प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है जो महज धोखा है। सिंह ने पूछा कि अगर सरकार सालाना आठ लाख की आय तक के लोगों को गरीब मान रही है तो फिर उनसे टैक्स क्यों लिया जा रहा है? उनको इनकम टैक्स से मुक्त कर देना चाहिए। उन्होंने दस प्रतिशत आरक्षण को सरकार द्वारा केवल धोखा और चुनावी जुमला करार दिया।